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Thu. Mar 13th, 2025

वन विभाग की मिली भगत से ही हो रहा है राजपुर व हंटरगंज रेंज में अफीम की बड़े पैमाने पर खेती

वन विभाग अभियान के नाम पर केवल कर रही है खाना पूर्ति

अफीम माफ़ियाओ के मोटी रकम के आगे नतमस्तक हुई वन विभाग

दोनो थाना क्षेत्रों में लगभग 4000 एकड़ में लहलहा रहा है पोस्ता की खेती

कान्हाचट्टी :- राजपुर और हंटरगंज वन क्षेत्र के लगभग चार से पांच हजार एकड़ पर अफीम माफ़ियाओ के द्वारा सफेद जहर रूपी अफीम (पोस्ता)का फसल लहलहा रहा है।यह फसल कहीं न कहीं वन विभाग के मिली भगत से ही लहलहा रहा है।अब कुछ ही दिन बाकि है पोस्ता के पौधे से निकलने वाले पोस्ता दूध निकलना शुरू हो जाएगा,कहीं कहीं पोस्ता का दूध निकलना भी शुरू हो गया है।लेकिन उसके बाद भी ना ही वन विभाग और ना ही पुलिस प्रशासन अफीम के तैयार पोस्ता के पौधे को नष्ट करने का जहमत उठा रहे हैं।आखिर क्यों वन विभाग अभियान चलाएगी क्योकि आखिर वन विभाग को अफीम की खेती करने वाले माफियाओ से मोटी रकम जो ले रही है।शायद इसी लिए वन विभाग पोस्ता के खिलाफ अभियान नहीं चला रही है।और कभी कभी अखबारों में न्यूज छपती है तो वह विभाग केवल दिखावा के लिए कहीं कहीं पोस्ता के खिलाफ अभियान चलाती है और खाना पूर्ति करती है।सबसे ज्यादा हंटरगंज वन प्रमंडल के जोल्डिहा,सुरहुद,करामो,कुरखेता,सहित अन्य जंगली क्षेत्रो एवं राजपुर थाना वन क्षेत्र के पथेल गांव के आठ टोले एवं गड़िया,दवाइया,बनियाबन्ध, सिकिद, एवं अमकुदर में सबसे बृहद पैमाने पर खेती की गई है।अब बस थोड़े समय मे ही पोस्ता का दूध निकाल कर अफीम के रूप में बाजारों में माफियाओ द्वारा भेजे जाने की तैयारी हो ही गई है।

अफीम माफ़ियाओ के मोटी रकम के सामने नतमस्तक हुई वन विभाग:- अफीम माफ़ियाओ के पैसों के आगे वन विभाग नतमस्तक हो गयी है।अफीम माफ़ियाओ से वन विभाग मोटी रकम लेकर ही खेती करवा रही है।अफीम के एक खेती करने वाले ब्यक्ति माफिया ने अपने नाम नहीं छापने के शर्त पर बताया कि जिस भी गांव के जंगली जमीन पर अफीम पोस्ता का पौधा की खेती की गई हैं उसमें प्रति कट्ठा वन विभाग को दस दस हजार रिपये दी जाती है।जिसमे वन विभाग के वनरक्षी से लेकर रेंजर तक को यह राशि जा रहीं है।कुछ लोग जो खेती किए हैं उनसे पैसा भी वन विभाग को मिलने की सूचना है।वहीं वन विभाग के एक निजी नाका गार्ड के द्वारा यह राशि रेंज अफसर तक जाने की जानकारी अफीम माफ़ियाओ के द्वारा कहा गया।जो राशि देने से इनकार कर रहे है उन्ही पर चाहे एन डी पी एस एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज हो रहा है या फिर उनके पोस्ता को बर्बाद किया जा रहा है।

राजपुर और हंटरगंज वन क्षेत्र के लगभग 4000-5000 एकड़ जंगली भूमि पर लहलहा रहा है पोस्ता की फूल:-राजपुर वन क्षेत्र एवं हंटरगंज वन क्षेत्र के विभिन्न जंगल की जमीन पर लगभग 4000-5000 एकड़ भूमि पर पोस्ता की फूल तैयार होकर लहलहा रहा है।लेकिन वह विभाग की टीम केवल अभियान चलाने के नाम पर खाना पूर्ति कर रही है।इतने बड़े पैमाने पर लगे पोस्ता को बर्बाद करना अब वह विभाग के बस की चीज नहीं रह गई है।हालांकि कहि कहि अभियान भी चलाई तो केवल खाना पूर्ति किया गया है।अभी भी राजपुर थाना क्षेत्र के पथेल,गड़िया,अमकुदर,सिकिद,बनियाबन्ध आदि जगहों पर इतनी मात्रा में पोस्ता के फूल लहलहा रहा है कि देखते ही बनता है।

जिला प्रशासन के पोस्ता के खिलाफ अभियान टांय टांय फीस होता नजर आ रहा है:-जब पोस्ता लगाने का समय आता है तो जिला प्रशासन खूब अभियान चलाने की बात कहती है और पोस्ता करने वालो पर कार्रवाई की बात करती है लेकिन इस बार जब राजपुर थाना क्षेत्र के विभिन्न जंगली इलाको में पोस्ता बड़े पैमाने पर लगाए गए है और अब पोस्ता के फूल से अफीम निकालने की तैयारी हो रही है तब भी अभियान जितनी बड़े पैमाने पर चलना चाहिए नही चल रहा है जिसका परिणाम है कि अफीम माफिया मालामाल हो रहे हैं।प्रत्येक वर्ष अफीम की खेती करने वाले लगभग सौ डेढ़ सौ लोगो पर वन विभाग एवं जिला प्रशासन एन डी पी एस एक्ट के तहत मुकदमा होता था लेकिन इस बार किसी ने भी मुकदमा दर्ज करने की जहमत नहीं उठाई है।

कहाँ कहां लहलहा रहा है पोस्ता की फूल :- पोस्ता का फूल राजपुर थाना क्षेत्र के गड़िया,पथेल,बघमरी पचफेडी,बिरबिरा,धावैया,बनियाबान्ध,अमकुदर,सिकिद,कुराग,सहातू,बेंगोकला,रोपनीटांड,रमखेता,डुमरिया,कोटाप,हेमरा,लुटा, बीर लूटुदाग,तथा हंटरगंज एवं वशिष्ट नगर थाना क्षेत्र के जोल्डिहा,सुरहुड,गुबे,करामो,कुरखेता,आमुकातु,सहित अन्य जंगलों में पोस्ता की फूल लहलहा रहा है।

बबलू खान की रिपोर्ट

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