स्वास्थ्य मंत्रालय (Health Ministry) ने हाल ही में विदेशों से आने वाले हवाई यात्रियों के लिए नई गाइडलाइंस (New Guidelines) जारी की हैं, जो कि आज से देशभर में लागू हो रही हैं. ये गाइडलाइंस 2 अगस्त 2020 को जारी पुरानी गाइडलाइंस की जगह लेंगी. नए दिशा-निर्देशों के मुताबिक यात्रा से पहले एयर सुविधा पोर्टल पर सेल्फ डिक्लेरशन फॉर्म जमा करना होगा. कोविड की निगेटिव RT-PCR टेस्ट रिपोर्ट भी अपलोड करनी होगी. यह रिपोर्ट 72 घंटे से ज्यादा पुरानी नहीं होनी चाहिए.
गाइडलाइन के मुताबिक सभी यात्रियों को RT-PCR टेस्ट रिपोर्ट की ऑथेन्टिसिटी का डिक्लेरेशन भी देना जरूरी है. यह झूठा पाया जाने पर आपराधिक कार्रवाई होगी.
साथ ही पैसेंजर्स को अपनी एयरलाइन के जरिए एयर सुविधा पोर्टल या उड्डयन मंत्रालय यह भी भरोसा देना होगा कि जरूरत पड़ने पर वे 14 दिन होम क्वारंटीन या सेल्फ हेल्थ मॉनिटरिंग के फैसले को मानेंगे. उड़ान में बोर्डिंग के समय, थर्मल स्क्रीनिंग के बाद बिना संक्रमित यात्रियों को सवार होने की इजाजत दी जाएगी. यात्रा के दौरान मास्क पहनना जरूरी होगा, इसके साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग के मानकों का पालन करना होगा. साथ ही आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करना होगा.
UK, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका (पिछले 14 दिनों के दौरान) से आने/जाने वाले अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की पहचान की जाएगी और उन्हें फ्लाइट से अलग किया जाएगा. वहीं यूरोप और मध्य पूर्व के सभी यात्री को अपना सेंपल जमा कराने होंगे, उसके बाद एयरपोर्ट वो बाहर निकलेंग. अगर टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव आती है तो तो उन्हें 14 दिनों के लिए अपने स्वास्थ्य की निगरानी की सलाह दी जाएगी. पॉजिटिव आने पर कोरोना नियमों का पालन करना होगा.
इन लोगों को मिलेगी कुछ राहत
गाइडलाइन में उन लोगों को राहत दी गई है जो अपने परिवार के किसी सदस्य की मृत्यु की स्थिति पर भारत आ रहे हैं. ऐसे लोगों के लिए किसी भी नकारात्मक आरटी-पीसीआर रिपोर्ट की जरूरत नहीं होगी. बताया जा रहा है कि कोरोना के नए स्ट्रेन के बढ़ते खतरे को देखते हुए ये नई गाइडलाइन जारी की गई है.
23 मार्च से नियमित अंतरराष्ट्रीय यात्री विमान सेवा स्थगित
कोरोना वायरस महामारी के चलते 23 मार्च से नियमित अंतरराष्ट्रीय यात्री विमान सेवा स्थगित है. हालांकि, वंदे भारत अभियान और एयर बबल सिस्टम के तहत मई से कुछ निश्चित देशों के लिए विशेष अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के संचालन की इजाजत है. भारत ने अमेरिका, ब्रिटेन, सऊदी अरब, केन्या, भूटान और फ्रांस समेत 24 देशों के साथ एयर बबल समझौता किया है.