गिरिडीह
पुरानी पेंशन बहाली राष्ट्रीय आंदोलन(NMOPS)राज्य कमिटी के निर्देशानुसार आज गिरिडीह जिले के सभी प्रखण्ड मुख्यालय में”पाना है पेंशन का अधिकार-जाना है मुख्यमंत्री के द्वार” कार्यक्रम का आयोजन किया गया।इस कार्यक्रम के तहत प्रखण्डों में रैली निकाली गयी, धरना-प्रदर्शन किया गया,धरना कार्यक्रम को विभिन्न विभागों के कर्मचारी संघ के नेताओं ने सम्बोधित किया ततपश्चात माननीय मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन प्रखण्ड विकास पदाधिकारी के माध्यम से सौंपा गया।
पुरानी पेंशन पुनः बहाली करने की मांग को लेकर 2004 ई के बाद नियुक्त कर्मचारी/पदाधिकारी/शिक्षक विगत कई वर्षों से आंदोलन कर रहे हैं।विगत विधानसभा चुनाव से पहले उस समय के नेता प्रतिपक्ष और वर्तमान मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन जी ने मोरहाबादी मैदान, रांची में सम्बोधित करते हुए हम कर्मियों से वादा किया था कि यदि हमारी सरकार बनी तो मैं पुरानी पेंशन व्यवस्था को पुनः लागू करूँगा।और उन्होंने अपने पार्टी के चुनावी घोषणा पत्र में भी इस मुद्दे को शामिल किया था।उसी वादे को याद दिलाने हेतु हमारा यह कार्यक्रम प्रथम चरण में झारखण्ड के सभी प्रखण्ड मुख्यालय में हो रहा है,इसके बाद मार्च महीने में सभी जिला मुख्यालय में कार्यक्रम होगा ततपश्चात प्रदेश के राजधानी रांची में हमारा कार्यक्रम होगा और हम माननीय मुख्यमंत्री के द्वार पहुंच कर किये गए वादे को पूरा करने की मांग करेंगे।आज बेंगाबाद प्रखण्ड मुख्यालय के कार्यक्रम में जिला संयोजक इम्तियाज अहमद के अलावा प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला प्रधान सचिव लक्ष्मी ना माहथा,कर्मचारी नेता अमर कु सिन्हा, सुधीर कुमार, अशोक कुमार रजक,दाऊद अंसारी, रवींद्र कु यादव, मो मुस्तक़ीम, संतोष महतो,सदन प्रसाद,मो सिराजुद्दीन, पंकज कुमार यादव, नशरूल हक़,अब्दुस सुब्हान अन्सारी, अशोक दास, निर्मल पण्डित, रीना देवी, जोहरा खातून,आशीष उपाध्याय,खुर्शीद अहमद, नाजनीन तराना, राजेश पाल, मीरा कुमारी, योगिता देवी,अनिता मरांडी,सीमा कुमारी, पद्माकर पांडेय, रामेश्वर मोदी, गजेन्द्र कुमार सहित सैकड़ों कर्मियों ने भाग लिया।
गिरिडीह से डिम्पल की रिपोर्ट