चंदवा / लातेहार
चंदवा। दिल्ली – युपी के गाजियाबाद एवं टिकरी और सिंधु बॉर्डर पर कृषि बिल के विरोध में चल रहे शांति पूर्वक किसान आंदोलन को खत्म कराने के लिए बीती रात किसानों के साथ पुलिसिया ज्यादती के खिलाफ शुक्रवार को कामता में झारखंड राज्य किसान सभा ने किसान विरोधी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का पुतला फुंक आक्रोश व्यक्त किया सभा की, इसमें शामिल किसानों ने गाजियाबाद, टिकरी और सिंधु बॉर्डर आंदोलनकारी किसानों पर पुलिसिया दमन बंद करो, अन्नदाता किसानों को बदनाम करना बंद करो, किसान विरोधी मोदी सरकार होस में आओ, कृषि कानून वापस लो, आदि नारे लगा रहे थे, उपस्थित किसानों को संबोधित करते हुए जिला अध्यक्ष अयुब खान ने कहा कि इन बॉर्डरों पर किसान शांतिपुर्ण धरना दे रहे थे तभी बीती रात केंद्र और युपी सरकार ने धरना स्थलों पर हजारों पुलिस कर्मियों और अधिकारियों की तैनाती की, ऐसा लग रहा था मानो निहत्थे और शांतिपूर्ण तरीके से धरना दे रहे किसानों और पुलिस के बीच कोई युद्ध होने वाला हो, वहां उपस्थित पुलिस अधिकारियों ने शांति पूर्वक धरना मे बैठे किसान नेताओं को धरना स्थल खाली करने के लिए डराया 144 लगायी जो लोकतंत्र के खिलाफ है, मोदी और योगी सरकार गुंडागर्दी पर उतर आई है, लाठी गोली और अन्य संस्थाओं के सहारे सरकार चलाना चाह रही है, इससे किसान डरने वाले नहीं है, कृषि बिल खत्म होने और एमएसपी का कानुन बनने तक किसान मानने वाले नहीं हैं, आज अंग्रेजों की शासन की तरह किसानों की पानी बिजली बंद कर भाजपा सरकार कर रही है किसानों के साथ अत्याचार, उन्होंने आगे कहा कि लाल किले पर दिप सिद्धू द्वारा झंडा फहराना पुरी तरह गलत और निंदनीय है, इसमें बहुत गहरी साजिश रची गई है किसानों और किसान आंदोलन को बदनाम करने के लिए,किसान आंदोलन को खत्म कराने के उद्देश्य से झंडा कांड करवाया गया है, झंडा कांड कृषि बिल के समर्थकों की साजिश से हुआ है, दीप सिद्धू को लाल किले की तरफ जाने क्यों दी गई, जबकि लाल किला जाना आसान काम नहीं है और वो भी गणतंत्र दिवस पर, जबकि चांदनी चौंक से लाल किले तक हजारों की गिनती में बड़े – बड़े लगे हुए पत्थर को 25 की रात को क्यों हटा लिया गया, भाजपा सांसद सनी देवअल अपना छोटा भाई दिप सिद्धू को कह चुके हैं, जबकि प्रधानमंत्री से दीप सिध्दू को मिलवा भी चुके हैं, आंदोलन को बदनाम करने के लिए सरकार ने अपनी पूरी ताकत झोंकीं है, झंडा कांड करने वाले के पिछे सरकार और पुलिस नहीं लगी हुई है, सरकार किसानों के पिछे पड़ी हुई है, इससे केंद्र की भाजपा सरकार की मंशा साफ झलकती है, लाल किले पर झंडा फहराने वाले दिप सिद्धू को गिरफ्तार करने, निर्दोष किसान नेताओं पर दर्ज मुकदमे वापस लेने, जारी लुक आउट नोटिस रद्द करने, झंडा कांड की जांच सुप्रीम कोर्ट से कराने की मांग की गई है, मौके पर कामता के पूर्व पंचायत समिति सदस्य फहमीदा बेबी, लछमनियां देवी, तबरेज खान, नईम खान, जितन गंझु, अंगरेज खान, हमीद खान, जसीमुद्दीन खान, इमरान खान, आलम खान, असगर खान, रशीद खान, अशरफुल खान, हसीब खान, मुकेश गंझु सहित कई किसान शामिल थे।
ब्यूरो बब्लू खान की रिपोर्ट चंदवा से