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वैश्विक महामारी कोरोना के दौर में जब पूरा देश लॉकडाउन हुआ उसके बाद से कई तरह की समस्याओं का सामना लोगों को करना पड़ा।

गिरिडीह

वैश्विक महामारी कोरोना के दौर में जब पूरा देश लॉकडाउन हुआ उसके बाद से कई तरह की समस्याओं का सामना लोगों को करना पड़ा। तरह-तरह की समस्याओं के बीच एक बहुत बड़ी समस्या रक्तदान के क्षेत्र में भी आयी। इस दौरान पूरे देश में ही रक्तदान में काफी गिरावट आई और गिरिडीह का भी आलम ऐसा ही रहा। इस बीच गिरिडीह में पूर्व की तरह ही श्रेय क्लब 24 घन्टे रक्तदान करवाने में जुटा रहा और लॉकडाउन की अवधि से लेकर साल के अंत तक 1600 से भी ज्यादा मरीजों के लिए रक्त उपलब्ध करवा चुका है साथ ही साल के आखिरी दिन 31 दिसम्बर को भी शिविर के माध्यम से 11 यूनिट रक्त का संग्रह रक्त अधिकोष में करवाया गया ताकि जरूरतमंद लोगों को इस मुश्किल दौर में भी रक्त उपलब्ध होता रहे। साल के आखिरी दिन लगाए गए इस शिविर में मो0 जसीम अंसारी, ताज हसन, मो0 सागिर, मो0 अरमान, सुभाष चौधरी, मो0 साजिद, रंजीत यादव, गौरव विश्वकर्मा, रमेश कुमार, संतोष कुमार एवं रमेश यादव ने रक्तदान किया।

शिविर को सफल बनाने में श्रेय क्लब के रमेश यादव के साथ मो0 शहजाद खान, एजाज अहमद के अलावे रक्त अधिकोष के रघुनंदन प्रसाद, संत कुमार, रंजीत कुमार, जोगेंद्र पासवान, नंदलाल यादव आदि ने अपना योगदान दिया।

रक्तदान के लिए कठिन परिस्थितियां शायद नए साल में भी बनी रहेगी पर इन विपरीत परिस्थितियों के बीच सारी चुनौतियों को स्वीकार कर श्रेय क्लब के द्वारा हमेशा रक्तदान के लिए तत्परता बनी रहेगी और रक्तदान कराया ही जाता रहेगा।

गिरिडीह से आशीष के साथ डिम्पल की रिपोर्ट

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