नई दिल्लीःजमशेदपुर से अपराध का खात्मा कर पूरे बिहार/झारखंड में एनकाऊंटर स्पेश्लिस्ट के रूप में चर्चित रहने वाले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डॉ.अजय कुमार अब कोरोना के एनकाऊंटर के लिए भी तैयार हैं.
वे एक राष्ट्रीय स्तर के चर्चित नेता के साथ-साथ एक डॉक्टर भी हैं.बहुमुखी प्रतिभा के धनी डाॅ.अजय एक सफल आईपीएस,एक सफल डाॅक्टर और एक चर्चित राजनीतिज्ञ होने के साथ-साथ भारत में पोलैंड की जेएसएस मेडिकल रिसर्च कंपनी के कंट्री हेड (राष्ट्र प्रमुख)भी हैं.
फिलहाल डाॅ.अजय अपनी कंपनी के साथ जिस तरह से कोरोना के खिलाफ लड़ाई पर डटे हुए हैं उससे लगता है कि वे नये साल में झारखंड की जनता को बडा़ तोहफा देने वाले हैं.
बिहार/झारखंड के कुछ जिलों विशेषकर जैसे जमशेदपुर से उन्होंने अपराध को खत्म किया, उसी प्रकार वे अब कोरोना को झारखंड में जड़ से उखाड़कर महामारी का एनकाऊंटर करेंगे. जिस तरह से उनका इस राज्य के लिए झुकाव और आकर्षण रहा है ऐसा लगता है कि उनका यह प्रयास झारखंड के लोगों के लिए एक वरदान ही साबित होगा.
डॉ.अजय की मेडिकल रिसर्च कंपनी स्पुतनिक-V वैक्सीन अनुसंधान पर लगातार प्रयासरत है और तृतीय चरण में इस टीके का 40000 स्वंयसेवी कार्यकर्ताओं पर उपयोग हुआ है जबकि अंतिम चरण में 19000 से ज्यादा स्वंयसेवियों पर भी शुरू ट्रायल हो रहा है.फिलहाल यह दवा 91.4% कारगर मानी जा रही है किंतु अंतिम परीक्षण में इसके नतीजे 95% तक सफल होनी की प्रबल संभावना है जो देश को कोरोना के खिलाफ एनकाऊंटर में मदद करेगा.
ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि स्पूतनिक-V की वैक्सीन बहुत ही जल्द देश के दवा बाजार में आएंगी और इधर डाॅक्टर अजय इस प्रयास में हैं कि अंतिम सफल परीक्षण के बाद इस टीके की शुरुआत झारखंड से हो.वे यह सुनिश्चित करेंगे कि झारखंड के लोगों को जल्द से जल्द वैक्सीन का लाभ मिले.
डॉ.अजय कुमार जिन्होंने भारत के प्रमुख चिकित्सा संस्थान जवाहरलाल इंस्टीट्यूट ऑफ पोस्टग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च,पाँडुचेरी से एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी की है और बायो इंफॉर्मेटिक्स एंड ड्रगडेवलपमेंट पर डिप्लोमा के साथ एमबीए की डिग्री भी हासिल की है.इतना ही नहीं वे जेएसएस अंतर्राष्ट्रीय दवा कंपनी के भारत में कंट्री हेड भी हैं.अब उनके इस अनुभव,प्रयास और मेहनत के कारण महामारी के खिलाफ लडा़ई एक सराहनीय और साहसिक कदम होगी.
इस महत्वपूर्ण सामाजिक कार्य में डॉ.अजय और उनकी जेएसएस मेडिकल रिसर्च टीम डॉ रेड्डीज, एक प्रमुख बहुराष्ट्रीय दवा कंपनी और रूसी प्रत्यक्ष निवेश कोष (RDIF) के साथ मिलकर अंतिम चरण में कार्यरत है.
कोरोना वैक्सीन के सफल परीक्षण के बाद आपके स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए झारखंड में एक महत्वपूर्ण और अग्रणी भूमिका में जल्द नजर आएंगें डाॅ.अजय.अब कुछ ही दिनों में यह वैक्सीन जल्द ही आपके निकटवर्ती दवा दुकानों में भी नजर आएगी.
अगस्त 2020 में स्पुतनिक-V वैक्सीन जिसे गेमलेया नेशनल रिसर्च इंस्टीट्यूट,रूस द्वारा विकसित किया गया था यह मानव एडेनोवायरल वेक्टर प्लेटफॉर्म पर आधारित कोविड -19 के खिलाफ विश्व में पहला पंजीकृत वैक्सीन बना.