गिरिडीह
एसपी अमित कुमार रेनू ने पुलिस लाइन में एक प्रेस वार्ता कर बताया कि गुप्त सूचना प्राप्त हुआ कि एक नक्सली गांव में आया हुआ है.इस सूचना के आलोक में खुखरा थाना प्रभारी एवं सीआरपीएफ 154 बटालियन के कंपनी के सहायक कमांडेड अमर सिंह के नेतृत्व में संयुक्त छापामारी दल का गठन किया.छापामारी दल जैसे ही ग्राम पंडरिया हटाना स्थित सुंदर मूर्मू के घर पहुंचा तो एक व्यक्ति पुलिस को देख कर भागने लगा जिसे छापेमारी दल ने दौड़ाकर पकड़ लिया.पकड़े हुए व्यक्ति से नाम पता पूछने पर उसने अपना नाम श्याम मुर्मू,उद्या मांझी उर्फ श्याम मरांडी पंडरियाटांड़ निवासी बताया तथा यह भी बताया कि वाह भाकपा माओवादी संगठन का सदस्य हैं.उसने बताया कि वर्ष 2017 में हल्दी बेड़ा बद्रो सड़क निर्माण कार्य करा रहे मुंशी उर्फ शमशेर जंगीपुर का धारदार हथियार से गला काटकर हत्या किए थे.इस संबंध में खुखरा थाना में मामला दर्ज है.वहीं 2017 में बाबू चंद हेंब्रम के घर में अजय महतो एवं मूलचंद महतो के नेतृत्व में पुलिस पार्टी और सीआरपीएफ के आने जाने वाले सड़कों पर बारूदी सुरंग लगाकर विस्फोट कर पुलिस पार्टी को जान-माल की क्षति पहुंचाने हेतु किए गए बैठक में शामिल थे.इस दौरान उन्होंने बताया कि 2017 में पारसनाथ पहाड़ी के चंद्र प्रभु मंदिर में नीचे जंगल में हुए पुलिस के साथ मुठभेड़ में शामिल थे.नूतन महतो के साथ मिलकर मुखिया गिरजा शंकर का बेटा ओम प्रकाश महतो के टाइगर फोर्स के सदस्यता लेने पर उनके साथ मारपीट कर उसका बोलेरो गाडी़ जला दिए थे. इस तरह से उसने कई कांडों में संलिप्त होने का खुलासा किया. इस छापेमारी दल में सीआरपीएफ के सहायक कमांडेंट अमर सिंह खोपरा, थाना प्रभारी सोमा उरांव,सीआरपीएफ एवं सशस्त्र बल भी शामिल थे.