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Mon. Feb 24th, 2025

मानव प्रेम का पैगाम देते हुए प्रतीक संघर्ष फाउंडेशन ने दिवाली एवं काली पूजा के शुभ अवसर पर इस दिन को समर्पित किया मानव सेवा के नाम

 

* जहां हम सभी अपने घर दीपोत्सव का ” दीया ” जलाने का प्रथा देखते हुए आ रहे हैं, वहीं जमशेदपुर के जुगसलाई थाना क्षेत्र स्थित नव जागृत मानव समाज कुष्ठ आश्रम परिसर में, वहां रह रहे लोगों के लिए दिवाली एक कहासुनी पर्व मात्र है. इनके आंगन में भी दीपोत्सव के ” दीया ” जले, इनके जीवन में भी खुशियों के रंग भरे, सिर्फ यही उद्देश्य को साथ लेकर ” प्रतीक संघर्ष फाउंडेशन ” ने सबसे पहला ” दीया ” इनके आंगन में जलाते हुए पूरे आंगन को दीपोत्सव के रोशनी से भर दिया. पूरा आंगन जगमग करते दीपोत्सव के रोशनी से जगमगा रहा था और इन सबोंके चेहरों में खुशियां चरम पर था. आंगन में रंग-बिरंगे अनार जहां अपना रंग बिखर रहा था, वहीं वहां रहने वाले कईयों ने अपने हाथों में फुलझरिया लेकर खुशियां मना रहे थे. वहां रहने वाले कुछ सदस्यों के लिए कुछ पाबंदीया रहने के चलते दूर से ही खुशियों का आनंद ले रहे थे. प्रतीक संघर्ष फाउंडेशन के पहल पर, एक कंपनी के द्वारा अपने सीएसआर के तहत निर्माणाधीन उच्च कोटि के भवन को भी दीपों से सजाया गया था. रात्रि बेला उत्तम भोजन की व्यवस्था प्रतीक संघर्ष फाउंडेशन के शुभचिंतक एवं टाटानगर रेलवे में कार्यरत सह समाजसेवी ” दुर्गा प्रसाद दास ” जी के द्वारा इन सभी के लिए उत्तम से उत्तम रात्रि भोजन की व्यवस्था किया गया था. प्रतीक संघर्ष फाउंडेशन के कई सदस्यों ने अपने दिवाली के खर्च में से कटौती कर, इन लोगों की दिवाली सुखमय हो सभी ने दिल से अपना सहयोग प्रदान किया. इस पावन बेला पर संस्था के निर्देशक अरिजीत सरकार, परामर्शदाता संजय चौधरी, विजोन सरकार, कुमारेस हाजरा, अनूप श्रीवास्तव, मास्टर ली, पवित्र मजूमदार, अजीत कुमार भगत, प्रशांत कुमार शर्मा, रंजन प्रसाद, मिहिर कुमार भट्टाचार्य, कृष्णा सिंह एवं मास्टर अनिकेत. उपस्थित रहे

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