जमशेदपुर:-वैश्विक महामारी कोरोना के कारण औद्योगिक नगरी जमशेदपुर में रियल इस्टेट सेक्टर को पिछले पांच माह में तालाबंदी और अनलॉक के दौरान 1750 करोड़ रुपए का नुक़सान हुआ है। वहीँ, एक लाख लोगों का रोजगार भी छीन गई। यह बातें जमशेदपुर बिल्डर एसोसिएशन के अध्यक्ष व दयाल बिल्डर्स के प्रबंध निदेशक सुरेंद्रपाल सिंह उर्फ टीटू ने कही। वे मंगलवार को बिष्टुपुर स्थित अपने कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत के क्रम में कहीं। टीटू ने बताया कि रियल एस्टेट सेक्टर से जुड़े क्रेता, विक्रेता, ब्रोकर्स और बिल्डर्स के अधीन कार्यरत लगभग एक लाख लोगों का रोजगार छीन गया है। उन्होंने बताया कि रियल इस्टेट सेक्टर की अर्थव्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है। केंद्र सरकार ने जिस बीस लाख करोड़ रुपए आर्थिक पैकेज की घोषणा की है, उससे इस सेक्टर को फूटी कौड़ी का भी लाभ नहीं मिल पाया है।
सरकार करे विशेष पैकेज की घोषणा
बिल्डर्स एसोसिशन के अध्यक्ष सुरेंद्रपाल सिंह ने केंद्र सरकार से रियल इस्टेट सेक्टर के लिए विशेष आर्थिक पैकेज दिए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार आर्थिक पैकेज की घोषणा नहीं करती है तो इस सेक्टर की बचा पाना मुश्किल हो जाएगा। नए प्रोजेक्ट तो शुरू ही नहीं होंगे, पुराने प्रोजेक्ट्स पर भी ग्रहण लग जाएगा।
तालाबंदी में की जरूरतमंदों की सेवा
दयाल बिल्डर्स के प्रबंध निदेशक सुरेंद्रपाल सिंह उर्फ टीटू ने तालाबंदी के दौरान जुगसलाई विधानसभा क्षेत्र सहित अन्य ग्रामीण इलाकों में गरीबों और जरूरतमंद लोगों के बीच न सिर्फ कच्ची राशन सामग्री का वितरण किया बल्कि तैयार भोजन के पैकेट्स भी बंटवाए। महीनों गरीबों की सेवा में तत्पर रहें। इतना ही नहीं, कारोना योद्धाओं को जमशेदपुर में सम्मानित कर उनका हौसला भी बढ़ाया। टीटू का कहना है कि आगे भी जरूरत पड़ने पर वे पीछे नहीं हटेंगे और गरीबों तथा जरूरतमंदों की सेवा करते रहेंगे।