विश्व जैव विविधता दिवस के अवसर पर जैव विविधता प्रबंधन समिति जमुआ प्रखंड सचिव ने दर्जनाधिक फलदार, छायादार वृक्षारोपण करते हुए कहा कि भौतिकवादिकता के कारण प्राकृतिक संसाधनों का दोहन,दुरूपयोग, पशु,पक्षियों, वनस्पतियो के जीवन संरक्षण के प्रतिकूल कार्य किया जा रहा है। वातावरण प्रदूषित हो चुका है जिसके कारण जलवायु परिवर्तन हुआ है। स्थिति बेहद ही भयावह है। जल संरक्षण, पौधा रोपण, वनस्पतियों का संवर्द्धन से ही मानव सहित सभी का जीवन का अस्तित्व सुरक्षित रहेगा। नीम, पीपल,बरगद का वृक्ष प्रचुर मात्रा में ऑक्सीजन देता है परंतु कोई लगाता नही ,कोरोना महामारी में ऑक्सीजन के लिए लोग ब्याकुल है । प्राकृतिक संसाधनों का सदुपयोग मानव जीवन के सुरक्षा में करने चाहिए। विज्ञान वरदान के साथ अभिशाप है। वृक्षारोपण कार्य में गणेश कुमार वर्मा, पप्पू राम सहित अन्य थे।
गिरिडीह से डिम्पल की रिपोर्ट