झारखंड में सरकारी स्कूलों को स्मार्ट बनाने की कवायद शुरू हो गई है. स्कूलों में आईटी लैब बनाने से लेकर प्रोजेक्टर तक लगाने की योजना राज्य सरकार की ओर से तैयारी की गई है. साथ ही राज्य में नए आवासीय विद्यालय भी खोले जाएंगे. इस संबंध में राज्य शिक्षा विभाग की ओर से प्रस्ताव तैयार कर केंद्र सरकार को भेजा गया है.
1228 सरकारी स्कूल होंगे स्मार्ट
विभिन्न मीडिया रिपोर्ट में प्रकाशित खबर के अनुसार राज्य के 1228 सरकारी स्कूलों में स्मार्ट क्लास बनाया जाएगा. वहीं जाएंग 1000 सरकारी स्कूलों में आईसीटी लैब की स्थापना की जाएगी. साथ ही पांच नए आवासीय विद्यालय भी खोले जाएंगे.
राज्य के 44 सरकारी स्कूलों में वोकेशनल कोर्स की भी पढ़ाई होगी.
इतने स्कूलों में होगी आईटी लैब की स्थापनाराज्य के 31 इंटरमीडिएट स्कूल, 358 हाईस्कूल और 611 मिडिल स्कूलों में आईटी लैब की स्थापना की योजना बनाई गई है. इन स्कूलों 10-10 कंप्यूटर का लैब बनाया जाएगा. वहीं स्मार्ट बनाए जाने वाले स्कूलों में ऑनलाइन लाइव पढ़ाई की भी व्यवस्था की जाएगी.
3241 करोड़ रूपए की मांग
राज्य सरकार ने समग्र शिक्षा के लिए केंद्र सरकार से 3241 करोड़ रूपए की मांग की है. विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार 28 मई को पैब की ऑनलाइन बैठक होनी है, जिस पर राज्य के समग्र शिक्षा के प्रस्ताव पर केंद्र सरकार की ओर से अनुमित मिल सकती है.
यह की गई है केंद्र सरकार से मांग
मुख्य सचिव सुखदेव सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में इस योजना को पास किया गया और प्रस्ताव केंद्र सरकार के पास भेज दिया गया. योजना में पारा शिक्षकों के मानदेय, स्कूल ग्रांट, पोशाक, स्कूली शिक्षा से वंचिंत बच्चों को स्कूल से जोड़ने के लिए बजट की मांग की गई है. साथ ही राज्य के आंगनबाड़ी केंद्रों में अंतिम वर्ष में पढ़ रहे बच्चों को स्कूल से जोड़ना जाएगा. बैठक में स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग के सचिव राजेश शर्मा सहित शिक्षा परियोजना परिषद के अधिकारी भी मौजूद रहें.