जमशेदपुर :Rata Tata देश के मशहूर उद्यमी और सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में विख्यात रतन टाटा को पिछले दिनों मुंबई में वार्षिक सीएसआर शाइनिंग स्टार अवार्ड के लिए वॉकहार्ट फाउंडेशन ने लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया। वॉकहार्ट फाउंडेशन प्रत्येक वर्ष स्वास्थ्य, शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर काम करने वाली कंपनियों को सीएसआर के क्षेत्र में काम के लिए अवार्ड देती है।
इस वर्ष टाटा ट्रस्ट के चेयरमैन रतन टाटा को यह अवार्ड दिया गया जिन्होंने कोविड 19 महामारी के दौर में केंद्र सरकार को 1500 करोड़ रुपये का दान दिया था। इसके अलावे कई ऐसे मौके पर रतन टाटा बेहतर काम कर चुके हैं। फिर चाहे आवारा पशुओं को रात में सड़क पर वाहनों की दुर्घटना से बचाना हो या फिर टाटा ट्रस्ट द्वारा नए-नए प्रयोगों के माध्यम से देश को स्वास्थ्य के क्षेत्र में आगे बढ़ाना है, रतन टाटा ने हमेशा कंपनी के मुनाफे से ज्यादा देश के विकास को तरजीह दी। आपको बता दें कि टाटा ट्रस्ट देश के विकास, बच्चों की शिक्षा, उन्हें कुपोषण मुक्त करने, मातृत्व के स्वास्थ्य, गरीबी को कम करने की दिशा में काम कर रहा है। इसके अलावे कोविड 19 के दौर में टाटा ट्रस्ट ने एक दिन में 60 हजार लोगों को भोजन कराया।
मुनाफे से ज्यादा समुदाय के हित के लिए आगे आए कंपनी
पुरस्कार मिलने के बाद रतन टाटा ने कहा कि यह अवार्ड मिलने पर मैं खुद को काफी सम्मानित महसूस कर रहा हूं और मैं सभी को आश्वासन देता हूं कि मैं और टाटा ट्रस्ट हमेशा हमारे देश के वंचित समुदाय की मदद के लिए अपना प्रयास जारी रखेंगे। वहीं, रतन टाटा ने कहा कि देश की सभी कंपनियों को भी अपने मुनाफे से ज्यादा समुदाय के हित में उन्हें आगे ले जाने और सेवा कार्यों को आगे बढ़ाने के लिए अपना प्रयास करना चाहिए।