Farmers Protest : गणतंत्र दिवस (Republic Day) के मौके पर किसानों (Farmers Protest) द्वारा निकाले गये ट्रैक्टर मार्च (Tractor rally) में हुई हिंसा के बाद दिल्ली पुलिस ने किसान नेताओं (Farmers leaders) के खिलाफ लुक आउट नोटिस( Lookout notice) जारी किया है. यह जानकारी आज दिल्ली पुलिस (Delhi Police) की ओर से दी गयी.साथ ही जिन नेताओं के खिलाफ एफआईआर (FIR) दर्ज की गयी है, उन्हें अपना पासपोर्ट (PassPort) जमा करने का आदेश भी दिया गया है.
दिल्ली में हुई हिंसा के बाद गृहमंत्रालय ने बहुत ही सख्त रवैया अपनाया है और कहा है कि हिंसा के लिए जिम्मेदार लोगों को बख्शा नहीं जायेगा. इस हिंसा में 394 पुलिसकर्मियों के घायल होने की सूचना है. आज गृहमंत्री अमित शाह घायल पुलिसकर्मियों से मिलने भी गये और उनका हालचाल लिया.
गौरतलब है कि गणतंत्र दिवस के अवसर पर किसानों द्वारा निकाले गये ट्रैक्टर मार्च में हुई हिंसा के बाद कल 27 जनवरी को दिल्ली पुलिस ने योगेंद्र यादव, राकेश टिकैत, मेधा पाटकर सहित 37 किसान नेताओं के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी है. इन नेताओं पर दंगा, आपराधिक षड्यंत्र, हत्या का प्रयास सहित भादंसं की विभिन्न धाराओं में आरोप लगाया गया है.
दिल्ली के पुलिस प्रमुख एस. एन. श्रीवास्तव द्वारा किसान नेताओं पर भड़काऊ भाषण देने और हिंसा में शामिल होने का आरोप लगाए जाने के बाद किसान नेताओं के खिलाफ यह कार्रवाई हुई है. पुलिस का कहना है कि ट्रैक्टर परेड में हिंसा में किसान नेताओं की भूमिका की जांच की जाएगी.
हिंसा और तोड़-फोड़ में दिल्ली पुलिस के 394 कर्मी घायल हुए हैं जबकि एक प्रदर्शनकारी की मौत हुई है. पुलिस ने हिंसा के सिलसिले में अब तक 25 प्राथमिकी दर्ज की हैं. समयपुर बादली थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी के अनुसार, प्रदर्शनकारियों ने हिंसा के दौरान पुलिस से पिस्तौल, 10 गोलियां और आंसू गैस के दो गोले लूट लिये.