घाटशिला:-
यूसिल प्रबंधन जादूगोड़ा के द्वारा निकाले गए विज्ञापन संख्या 02/2020 के तहत यूसिल संयन्त्र सहित नरवा पहाड़, बागजाता, तुरामडीह, बान्दुहुडांग परियोजना में रिक्त पदों पर नियुक्ति के भारत के अभ्यार्थियों के लिए निकली गई विज्ञापन को रद्द करने के लिए विधायकों ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को आवेदन सौंपा है । जानकारी हो कि जल प्रबंधन जादूगोड़ा की ओर से अभ्यर्थियों को
आमंत्रित करते हुए 6 दिसम्बर 2020 को झारखण्ड सहित अन्य राज्यों में परीक्षाएं आयोजित कर स्थानिय बेरोजगार युवकों को रोजगार के आमंत्रित किया था । विधायकों ने वंचित करने की स्थानीय रोजगार विरोधी नीति के खिलाफ प्रतिनिधिमंडल राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मिलकर एक ज्ञापन सौंपा । आवेदन में लिखा गया है कि यूसिल प्रबंधन द्वारा जादूगोड़ा संयन्त्र सहित नरवा पहाड़, बागजाता, तुरामडीह, बान्दुहुडांग परियोजना के लिए रिक्त पदो पर नियुक्ति के लिए विज्ञापन प्रकाशित की गई जिसमें विभिन्न पदो पर नियुक्ति के लिए सम्पूर्ण भारत वर्ष के योग्य अभ्यार्थियों से आवेदन आमंत्रित किया गया. जिसकी परीक्षाएं आगामी 06 दिसम्बर 2020 को झारखण्ड राज्य के कुछ परीक्षा केन्द्रों सहित अन्य राज्यों में भी परीक्षा केन्द्र बनाये गये हैं.
यूसिल जादूगोड़ा समेत विभिन्न इकाईयों के खान एवं संयन्त्रों के स्थापना से हजारों परिवार विस्थापित व प्रभावित हुए हैं. जिसका आज तक पूर्ण रूप से पूर्णवास भी नही हो पाया हैं. इसलिए परियोजना एवं संयन्त्र के निम्नवर्गीय पदो पर ग्रुप-सी एवं ग्रुप-डी में योग्यतानुसार स्थानीय बेरोजगार युवाओं को प्राथमिकता के आधार पर रोजगार का अवसर दिया जाना चाहिएं । विदित हो कि एक दिसम्बर को यूसिल प्रबंधन के खिलाफ झामुमो के चार विधायक घाटशिला रामदास सोरेन, पोटका विधायक संजीव सरदार, जुगसलाई विधायक मंगल कालिन्दी, बहरागोड़ा विधायक समीर महंती, पूर्व सांसद सुमन महतो आदि स्मार पत्र यूसिल प्रबंधन को सौंपा गया था और जल्द जल्द विज्ञापन संख्या 02/2020 को रद्ध करने को कहा था।
मुख्यमंत्री को आवेदन सौंपने वालो में
परिवहन मंत्री चंपई सोरेन, मंत्री जोबा मांझी , घाटशिला विधायक रामदास सोरेन, पोटका विधायक संजीव सरदार, जुगसलाई विधायक मंगल कालिन्दी, समेत कई लोग शामिल थे ।