रामगढ़। जमीन के दाखिल खारिज (म्यूटेशन) के नाम पर झारखंड में घूसखोरी चरम पर है।परंतु ऑनलाइन के नाम पर घूसखोरी कम नहीं है। इसकी शिकायत उच्च पदाधिकारी तक पहुंचने के वावजूद घूसखोरी कम होने का नाम नहीं ले रही। सूत्रों की माने तो प्रखंड कार्यालय में 50 प्रतिशत से ज्यादा मामले जमीन से जुड़े होते है जिसे या तो घूसखोरी या फिर जानबुझ कर रिश्वतखोरी के चक्कर में लटकाए जाते हैं। ताजा मामला रामगढ़ जिले का है।ऑनलाईन रसीद निर्गत करने के लिए रामगढ़ अंचल कार्यालय के हल्का कर्मचारी से काम कराने के एवज में चौकीदार को 10 हजार रुपये घूस लेते हजारीबाग एसीबी की टीम ने रंगे हाथ गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार चौकीदार अनिल कुमार महली ने एसीबी की टीम को बताया कि रिश्वत राजस्व कर्मचारी अमित कुमार लोहरा से काम कराने के लिए ली थी. इस बिन्दु पर फिलहाल एसीबी जांच कर रही है.
संवाददाता मौसम गुप्ता कि रिपोर्ट।