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सड़क किनारे मिली नवजात को महिला ने दिया सहारा 5 दिन बाद सीडब्ल्यूसी ने छीना जाने

घाटशिला:-घाटशिला अनुमंडल के जादूगोड़ा के डोमजुड़ी गांव की महिला ने बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) के खिलाफ विरोध प्रदर्शन और जमकर नारेबाजी की। जमशेदपुर से पहुंची सीडब्ल्यूसी की टीम सड़क किनारे मिली एक बच्ची को कानूनी हक जताते हुए अपने साथ ले गई। इसके विरोध में गांव की महिलाएं एकजुट हुई और प्रदर्शन किया। दरअसल 7 सितंबर को सड़क किनारे 4 दिन की नवजात बच्ची ग्रामीणों को मिली थी ग्रामीण ने बच्ची को सभी औपचारिकता पूरी करने के बाद खकड़ीपाड़ी गांव की रुमारानी दास को गोद दिया था। जादूगोड़ा पुलिस ग्रामीणों एवं ग्राम प्रधान की मंजूरी के बाद 5 दिनों तक रूमा एवं उसके परिजनों ने बच्ची की देखभाल एवं उसका इलाज कराया। उसे अपनी बच्ची की तरह पाला एवं उसके स्वास्थ्य जांच में हजारों रुपए खर्च किए। शनिवार को जमशेदपुर से सीडब्ल्यूसी की टीम गांव पहुंची और कानूनी हक जताते हुए नवजात शिशु को महिला के पास से लेकर अपने साथ ले गई। बच्ची की वापसी को लेकर डोमजुड़ी की हजारों महिलाओं ने सीडब्ल्यूसी के खिलाफ प्रदर्शन किया प्रशासन से बच्ची को वापस दिलाने की मांग की।

गोद लेने वाली मां ने कहा ऐसे में कोई बच्चों को गोद नहीं लेगा

चार दिनों की दूध में ही बच्ची को गोद लेने वाली की रूमा रानी दास ने कहां अब कोई भी सड़क पर गिरे बच्चे को गोद नहीं लेगा। ऐसे में नवजात शिशु की सड़क पर ही मौत हो जाएगी। जब बच्ची सड़क किनारे जिंदगी की भीख मांग रही थी उस वक्त सीडब्ल्यूसी की टीम कहां थी। इंसानियत एवं मानवता की हत्या कर बच्ची को एक माह से छीन कर सीडब्ल्यूसी की टीम साथ ले गई। गांव की अंकिता रानी दास ने कहा सीडब्ल्यूसी झूठ बोलकर बच्ची को साथ ले गई। टीम के सदस्यों ने कहा बच्ची नहीं देने पर 14 साल की जेल हो जाएगी पूरा परिवार तबाह हो जाएगा गांव की सुधा रानी दास करती है कि बच्ची को स्तन का दूध पिलाया प्रशासन सीडब्ल्यूसी से बच्चे को लौट आने को कहें हमें सृष्टि चाहिए दूसरा बच्ची नहीं लेंगे।

घाटशिला कमलेश सिंह

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