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Work From Home के दौरान लगातार बैठते हैं 9 से 13 घंटे तो हो जाएं सावधान, घातक बीमारी का मंडरा रहा खतरा

Health Care Tips: कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते पिछले एक साल से अधिक समय होने को है, ज्यादातर कंपनियां अपने कर्मचारियों से वर्क फ्रॉम होम काम करवा रही हैं. कोरोना काल के बाद दुनियाभर में तेजी से वर्क फ्रॉम होम का चलन बढ़ा है. दुनियाभर की ज्यादातर कंपनियों का कहना है कि वर्क फ्रॉम होम से कर्मचारी सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन कर पाएंगे, जिससे कोरोना संक्रमण से बचाव होगा.

वर्क फ्रॉम होम से कंपनियों का भी कई तरह का फायदा हो रहा है. जहां एक तरफ कंपनियों को अपने कर्मचारियों के लिए इंटरनेट से लेकर ऑफिस के मेंटेनेंस का खर्च भी वहन नहीं करना पड़ रहा है. वहीं, दूसरी तरफ वर्क फ्रॉम होम कर्मचारियों में कई तरह की घातक बीमारी का कारण बन रहा है.

वर्क फ्रॉम होम की वजह से कर्मचारियों को कई घंटे एक ही जगह बैठकर काम करना पड़ रहा है.

एक शोध में सामने आया कि बहुत ज्यादा समय तक, यानि कि दिन में 8 से 13 घंटे तक एक ही जगह पर बैठकर काम करने वाले लोगों में मौत का खतरा 60 से 90 मिनट तक बैठे रहने वाले लोगों की तुलना में दोगुना होता है. इसके अलावा जो लोग 30 मिनट से कम समय तक एक जगह पर बैठते हैं, उनमें मौत का जोखिम सबसे कम होता है.

बता दें कि भले ही वर्क फ्रॉम होम के दौरान कर्मचारी अपने घर-परिवार के साथ समय बिता पा रहे हैं, लेकिन उनमें मानसिक तनाव ऑफिस में काम करने की तुलना में काफी ज्यादा हो गया है. इस वजह से बहुत सी बीमारियां कर्मचारियों में पनप रही हैं. ये बीमारियां कर्मचारियों के स्वास्थ्य के लिए बड़ा खतरा बन रही हैं.

इसलिए अगर आप भी वर्क फ्रॉम होम जॉब कर रहे हैं तो आपको सावधान होने की जरूरत है. एक रिसर्च में चेतावनी दी गई है कि एक जगह पर काफी देर बैठे रहने वाले लोगों मे अन्य लोगों की तुलना में मौत का शुरुआती जोखिम काफी ज्यादा होता है. इसलिए डॉक्टर सलाह देते हैं कि वर्क फ्रॉम होम के दौरान बीच-बीच में काम को छोड़कर बाहर निकल जाना चाहिए और तरोताजा होकर फिर से अपना काम शुरू किया जाना चाहिए.

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