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कोरोना मुक्त जंग में निर्भीकता पूर्वक सलाह,सहयोग की ज़रूरत : योगेश पाण्डेय

क्षेत्र भ्रमण कर ग्रामीणों को कोरोना संक्रमण से सुरक्षित रहने की सलाह दे रहे है

गिरिडीह

जन जागरूकता अभियान के दौरान ग्रामीणों को जागरूक करते हुए युवा समाजसेवी योगेश कुमार पाण्डेय ने रविवार को कहा कि प्राकृतिक संसाधनों का दोहन, दुरुपयोग व ईश्वरीय सत्ता को चुनौती देने के परिणामस्वरूप उत्पन्न हुए विनाशकारी कोरोना एक वैश्विक महामारी है संक्रमण की जद में आकर पूरी दुनियां में ब्यापक पैमाने पर तबाही मचाये हुआ है। इनसे बचाव के लिए हर प्रभावित देश ठोस रणनीति के तहत हर स्तर पर युद्धस्तर पर कार्य कर रही है। भारत बडा आबादी वाला देश है जिसके मद्देनजर ब्यापक स्तर पर कार्य किया जा रहा है। वर्तमान परिस्थितियों में दोषारोपण की अपेक्षा हर स्तर पर समुचित सलाह,सहयोग व निर्धारित कोविड 19 व स्वच्छता के सात आयामों का धरातलीय अनुपालन की प्रबल आवश्यकता है। वर्तमान में 45 आयुवर्ग के उपर के नागरिकों का कोविड 19 का टिकाकरण चरणबद्ध कार्य जारी है । सोशल मीडिया पर कुछ विदेशी शक्तियों से नियंत्रित देशविरोधी, सरकार विरोधी , जातिगत असामाजिक शक्तियों व दिशाहीन राजनीतिक दलों द्वारा फैलाये गये अफ़वाह टिकाकरण में बाधक साबित हो रहे है। ऐसे लोगो के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई होना चाहिये। गलत भ्रान्तियों, अफ़वाह को दरकिनार कर शत प्रतिशत टिकाकरण के लाभ से आच्छादित हो इस दिशा में सामूहिक स्तर पर कार्य करना चाहिए। ताकि निर्भिकता पूर्वक टिका लेना सुनिश्चित हो। सरकार अपना कार्य कर रही है , सभी नागरिकों का भी अपना कर्तव्य दायित्व निभाने की ज़रूरत है। मास्क का प्रयोग प्रशासन के भय व जुर्माना से बचने के लिए नही बल्कि कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए करना अधिक लाभदायक होगा। ग्रामीण क्षेत्रों में कोविड 19 के नियमों का खुलेआम धज्जियां उड़ाया जा रहा है। न मास्क लोग पहनते है न ही शारीरिक दूरी सहित अन्य नियम का पालन करते है। सभी के दुकान सुबह से 9 बजे रात्रि तक खुला रहता है। चौक चौराहों पर मज़मा लगा रहता है जिससे संक्रमण प्रसार का अधिक भय है। ग्रामीण क्षेत्रों में प्रशासन की नियमित गश्ती की ज़रूरत है। बिना जाँच कराये अप्रवासी मजदूर सीधा घर प्रवेश कर रहे है और होम कोरेंटाईन में न रहकर बिंदास विचरण कर रहे है जिससे कोरोना संक्रमण फैलने का भय बढ़ गया है। कोई अगर सलाह देता है तो लड़ाई ,झगड़े की नौबत आ जाता है। पंचायत सचिवालय में कोरेंटाइन केंद्र की व्यवस्था करने कोविड 19 टिकाकरण जागरूकता की दिशा में अधिकांश मुखिया,पंचायत सचिव की उदासीन रवैया रहा है। समाजसेवियों,जनप्रतिनिधियों को आगे आना होगा। देश की आबादी की अपेक्षा पुलिस व चिकित्सक बहुत ही कम है। पुलिस,चिकित्सक,बैंक कर्मी,मीडिया कोरोना योद्धा के रूप में कार्य कर रहे है ,सिर्फ सरकारी तंत्र के बूते कोरोना को हराना कदापि संभव नही है। नागरिको से अनुरोध है कि कोरोना मुक्त राष्ट्र के लिए राष्ट्रधर्म निभाये। विदित हो कि सामाजिक चिंतक , कौमी एकता के हिमायती योगेश कुमार पाण्डेय बैंक ऑफ इंडिया जमुआ शाखा बीसी,प्रज्ञा केंद्र पोबी वीएलई , राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं अपराध नियंत्रण ब्यूरो के जिला संयुक्त सचिव, जन संगठन जन जन की आवाज़ के मीडिया प्रभारी सहित दर्जनाधिक जनसंगठनों से जुड़े हुए है। सामाजिक कार्यो में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेते है। सरकारी तंत्र में गड़बड़ियों को उजागर कर अधिकारियों को आईना दिखाने का कार्य करते आ रहे है। समाज मे ब्याप्त विभिन्न प्रकार के अंधविश्वास, कुरीतियों के उन्मूलन के दिशा में आंदोलित है।

गिरिडीह से डिम्पल की रिपोर्ट

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