सवाई माधोपुर। राजस्थान के सवाई माधोपुर में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के इतिहास का सबसे अनूठा मामला सामने आया है। यहां पर रिश्वतखोरों के खिलाफ कार्रवाई वाला अफसर खुद ही घूस लेते पकड़ा गया है। चौंकाने वाली बात तो यह है कि 9 दिसम्बर को अंतरराष्ट्रीय भ्रष्टाचार निरोधक दिवस यानी एंटी करप्शन डे के मौके पर एसीबी के डीएसपी ने भाषण दिया कि घूस लेना और देना दोनों अपराध है। अगर कोई कोई घूस मांगे तो 1064 पर कॉल करके शिकायत की जा सकती है। आमजन को भ्रष्टाचारियों के खिलाफ जागरूकता का पाठ पढ़ाने वाले ये डीएसपी भाषण के एक घंटे बाद खुद 80 हजार रुपए की घूस लेते पकड़े गए। नाम है डीएसपी भैरूलाल मीणा, जो सवाई माधोपुर एसीबी में कार्यरत हैं।
क्या है सवाई माधोपुर मासिक बंधी कांड?
बता दें कि बुधवार को राजस्थान भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो मुख्यालय जयपुर की टीम ने सवाई माधोपुर एसीबी चौकी में कार्रवाई की है। यहां पर एसीबी के डीएसपी भैरूलाल मीणा को अस्सी हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा था। रिश्वत की यह राशि सवाई माधोपुर जिला परिवहन अधिकारी (डीटीओ) महेश चंद मीणा से बतौर मासिक बंधी ली गई थी।
पहली बार पकड़ा गया ACB का डीएसपी
राजस्थान एसीबी ने एंटी करप्शन डे पर दो अनूठे मामले पकड़े हैं। बारां जिला कलेक्टर इंद्रसिंह राव के पीए महावीर नागर को एक लाख 40 हजार की घूस लेते पकड़ा है। मामले में जिला कलेक्टर इंद्रसिंह राव का भी नाम आने के कारण राज्य सरकार ने उन्हें एपीओ कर दिया है। कलेक्टर पद पर रहते हुए रिश्वत कांड में एपीओ होने वाले राव राजस्थान के पहले अफसर हैं। इधर, सवाई मोधापुर एसीबी के डीएसपी को पकड़ा है। यह भी अपने आप पहला केस है जब एसीबी के ही डीएसपी स्तर के अधिकारी को घूस लेते धरा गया है।
कौन है रिश्वतखोर डीएसपी भैरूलाल मीणा?
एसीबी के डीजी बीएल सोनी ने बताया कि आरोपी डीएसपी भैरूलाल मीणा कोटा की आकाशवाणी कॉलोनी का रहने वाला है। सवाईमाधोपुर एसीबी चौकी में बतौर प्रभारी कार्यरत था। उसके खिलाफ बीते दो-तीन माह से लगातार मासिक बंधी की शिकायत मिल रही थी। बंधी भी वह एसीबी चौकी अफसरों को बुलाकर लेता था। इसलिए टीम लगातार उस पर नजर रख रही थी।
एसीबी के डीएसपी को मासिक बंधी देने आया था डीटीओ
बुधवार को जयपुर से भ्रष्टाचारा निरोधक ब्यूरो की टीम सवाई माधोपुर एसीबी कार्यालय पहुंची तो वहां करौली जिले के दलपुरा निवासी सवाई माधोपुर डीटीओ महेश चंद मीणा मासिक बंधी के 80 हजार रुपए देने आए हुए थे। जयपुर एसीबी टीम ने डीटीओ को रिश्वत देते और डीएसपी को रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ लिया। डीटीओ सवाई माधोपुर में किराए के मकान में रहते हैं। एसीबी की तलाशी में उनके आवास से 1.61 लाख रुपए नकद मिले हैं।