रामगढ : देश के तीन कृषि कानून के खिलाफ में हो रहे किसानों के आंदोलन के समर्थन में और देश के किसानों के लड़ाई के प्रति एकता प्रदर्शित करते हुए शुक्रवार को एनसीओईए के बैनर तले देश के कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का पुतला जलाया गया ।गिद्दी ए चौक पर केंद्र सरकार की किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ जोरदार नारेबाजी हुई पुतला दहन के बाद एक नुक्कड़ सभा किया गया। उसे देवनाथ महली , सीसीएल सेफ्टी बोर्ड सदस्य अरुण कुमार सिंह ने संबोधित किया । अरुण सिंह ने कहा कि तीन काले कानून की वजह से 86 फ़ीसदी छोटे एवं सीमांत किसानों को अपनी उपज बेचने के लिए बिचौलियों या बड़े कॉर्पोरेट के सामने आत्मसमर्पण करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा । जोखिम गहन खेती संबंधित नुकसान के लिए सुरक्षा उपायों का कोई प्रावधान नहीं है । आम किसानों को बिचौलियों या बड़े कॉरपोरेट्स द्वारा निर्धारित नियमों शर्त के अनुसार समझौता करने के लिए बाध्य किया जाएगा ।उन्होंने कहा कि स्वामी नथान आयोग की सिफारिशों के न्यूनतम समर्थन मूल्य की अवधारणा को पूरी तरह नजर अंदाज कर दिया गया है । ब्रिटिश शासन की तरह अनुबंध खेती में बदल जाएगा ।आवश्यक वस्तुओं की कीमतों को नियंत्रित करने तथा बाजार की गतिविधियों को देखरेख करने के लिए सरकारी नियामक संस्थाओं की भूमिका समाप्त हो जाएगी ।देश के अन्नदाताओ पर मोदी सरकार की बर्बर कार्रवाई का विरोध किया गया । इस अवसर पर चंदन कुमार सिंह , कुलदीप , राजेश गुप्ता , रमेश महली , लच्छीराम , भगवान गोप, आनंद कुमार , सूर्य प्रकाश , साबिर , कृष्ण पासवान , बदरुल होदा, संजय बोदरा, मुन्ना मांझी , डब्ल्यू बेदिया, संजू साहू , महावीर , मंटू मांझी उपस्थित थे
रिपोर्ट-मिथलेश कुमार, रामगढ़।