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बाइडन जीत के बेहद करीब, ट्रंप ने हार मानने के दिए संकेत, अदालतों ने ट्रंप कैंपेन के मुकदमों को खारिज किया

वाशिंगटन, एजेंसियां। डेमोक्रेटिक प्रत्याशी जो बाइडन के व्हाइट हाउस पहुंचने की राह आसान होती दिख रही है। कांटे के मुकाबले वाले जार्जिया में जहां उन्होंने ट्रंप पर बढ़त बना ली है वहीं पेंसिलवेनिया और एरिजोना में ट्रंप की बढ़त कम हुई है। नेवादा में भी बाइडन आगे चल रहे हैं। इस बीच कुछ राज्यों में चुनाव प्रक्रिया को लेकर कोर्ट गए ट्रंप खेमे को मिशिगन और जॉर्जिया में निराशा हाथ लगी है। उधर, ट्रंप ने दावा किया है कि अगर केवल वैध मतों की गिनती होती तो वह आसानी से चुनाव जीत गए होते। व्हाइट हाउस में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए ट्रंप ने संकेत दिया कि राष्ट्रपति चुनाव का नतीजा अंतत: सुप्रीम कोर्ट में होगा।

कुल इलेक्टोरल वोट-538

जादुई आंकड़ा-270

बाइडन-264

डोनाल्ड ट्रंप-214

(आंकड़े फॉक्स न्यूज के मुताबिक)

जीत के करीब पहुंच बाइडन

उधर, कांटे के मुकाबले वाले जॉर्जिया और पेंसिलवेनिया में बढ़त बनाने के बाद बाइडन जीत के और करीब पहुंच गए हैं। एरिजोना में भी ट्रंप की बढ़त कम हुई है। नेवादा में बाइडन पहले ही आगे चल रहे हैं। इस बीच कुछ राज्यों में चुनाव प्रक्रिया को लेकर कोर्ट गए ट्रंप खेमे को मिशिगन और जॉर्जिया में निराशा हाथ लगी है। ट्रंप कैंपेन की तरफ से पेंसिलवेनिया और नेवादा में भी मुकदमे दायर किए गए हैं। इसके अलावा विस्कॉन्सिन में वोटों की दोबारा मतगणना की मांग की गई है।

मिशिगन और जॉर्जिया में ट्रंप कैंपेन के मुकदमें खारिज

अमेरिकी अदालतों ने चुनावी कदाचार से संबंधित मिशिगन और जॉर्जिया में ट्रंप कैंपेन के मुकदमों को खारिज कर दिया है। मिशिगन में ट्रंप कैंपेन की तरफ से अनुपस्थित (एब्सेंटी) मतपत्रों की गिनती को रोकने की मांग की थी, जबकि जॉर्जिया में यह आरोप लगाया था कि वहां अनुचित मतपत्र भी गिने जा रहे हैं। हालांकि मिशिगन कोर्ट ऑफ क्लेम्स के न्यायाधीश सिंथिया स्टीफेंस ने गुरुवार को मुकदमा खारिज कर दिया। आदेश में कहा गया है कि मिशिगन के स्टेट सेक्रेटरी गिनती प्रक्रिया में शामिल नहीं हैं। इस संबंध में औपचारिक आदेश बाद में जारी किया जाएगा। बता दें कि स्थानीय मीडिया रिपोर्ट में मिशिगन से डेमोक्रेटिक पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जो बाइडन को विजेता घोषित किया गया है। दूसरी ओर जॉर्जिया में न्यायाधीश जेम्स एफ बास ने ट्रंप कैंपेन की तरफ से दायर मुकदमा खारिज कर दिया। बास ने कहा, ‘मैंने अनुरोध को अस्वीकार कर दिया और याचिका को खारिज कर दिया।

एबीसी, सीबीएस और एनबीसी ने ट्रंप के भाषण से बनाई दूरी

मीडिया संगठन एबीसी, सीबीएस और एनबीसी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस संबोधन से दूरी बनाते दिखे, जिसमें वह राष्ट्रपति चुनाव को उनसे चुराने का आरोप लगा रहे थे। एमएसएनबीसी के ब्रायन विलियम्स ने भी राष्ट्रपति के भाषण को बीच में रोका। हालांकि फॉक्स न्यूज चैनल और सीएनएन ने उनका पूरा भाषण प्रसारित किया। ट्रंप के भाषण के दौरान ही सीएनएन के एंडरसन कूपर ने कहा कि ट्रंप एक ऐसे आलसी कछुए की तरह पेश आ रहे हैं, जिसे पता हो कि उसका समय समाप्त हो चुका है और वह अब आराम कर रहा हो।

120 वर्षों में रिकॉर्ड मतदान

अमेरिका में इस वर्ष हुए राष्ट्रपति चुनाव में करीब 16 करोड़ लोगों ने अपने मताधिकारों का इस्तेमाल किया। यह 120 वर्षो के दौरान एक रिकॉर्ड है। चुनाव पर नजर रखने वाली वेबसाइट यूएस इलेक्शन प्रोजेक्ट के प्रारंभिक अनुमान के मुताबिक इस वर्ष 23 करोड़ 90 लाख लोग मतदान करने के योग्य थे। इनमें से करीब 16 करोड़ लोगों ने मताधिकार का इस्तेमाल किया। आने वाले सप्ताह में यह संख्या और भी बढ़ने की उम्मीद है। इसके अनुसार तीन नवंबर के चुनाव में रिकॉर्ड 66.9 फीसदी मतदान हुआ, जो वर्ष 1900 के बाद का सर्वाधिक मतदान है। वर्ष 1900 के चुनाव में 73.7 फीसदी मतदान हुआ था। वर्ष 2016 में 56 प्रतिशत मतदान हुआ था, जबकि 2008 में यह आंकड़ा 58 फीसद था। यूएस इलेक्शन प्रोजेक्ट के अनुसार मिनिसोटा और मेन में इस वर्ष सर्वाधिक 79.2 प्रतिशत मतदान हुआ, उसके बाद आयोवा में यह 78.6 प्रतिशत रहा। ट्रंप मेन और आयोवा से जीते हैं और मिनिसोटा से उनके डेमोक्रेटिक प्रतिद्वंद्वी जो बाइडन ने जीत दर्ज की है।

महामारी से जूझ रही काउंटियों में ट्रंप को जोरदार समर्थन

चुनाव नतीजों पर नजर डालें तो महामारी से जूझ रही 376 काउंटियों में से 93 फीसद में ट्रंप को जोरदार समर्थन मिला है। डकोटा, मोंटाना, नेब्रास्का, विस्कॉन्सिन और आयोवा के ग्रामीण क्षेत्रों के ज्यादातर वोट ट्रंप के खाते में गए हैं। 36 फीसद ट्रंप मतदाताओं का मानना है कि महामारी नियंत्रण में है। वहीं 47 फीसद का मानना है कि यह कुछ हद तक नियंत्रण में हैं। वहीं बाइडन को वोट देने वाले 82 फीसद का मानना है कि महामारी पूरी तरह नियंत्रण में नहीं है।

ग्रेटा थनबर्ग ने ट्रंप का उड़ाया मजाक

स्विटजरलैंड की पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेट थनबर्ग ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का मजाक उड़ाया है। ट्रंप के ‘स्टॉप द काउंट’ ट्वीट के जवाब में उसी तरह का जवाब दिया है, जैसा कभी ट्रंप ने उन्हें दिया था। ग्रेटा ने कहा, ‘यह बहुत ही हास्यापद है। डोनाल्ड को पहले अपने क्रोध प्रबंधन की समस्या पर काम करना चाहिए। इसके बाद दोस्तों के साथ एक पुराने जमाने की फिल्म देखनी चाहिए। ठंड रखो डोनाल्ड, ठंड।’ ग्रेटा द्वारा ट्वीट पोस्ट किए जाने के कुछ ही घंटों के अंदर इसे 10 लाख से ज्यादा लोगों ने लाइक किया और लगभग तीन लाख बार इसे रीट्वीट किया गया। बता दें कि ट्रंप ने इसी तरह की प्रतिक्रिया तब व्यक्त की थी, जब टाइम मैगजीन ने उन्हें पर्सन ऑफ द इयर चुना था। तब ट्रंप ने कहा था, ‘बहुत हास्यास्पद है। ग्रेटा को पहले अपने क्रोध प्रबंधन पर काम करना चाहिए। इसके बाद अपने दोस्तों के साथ जाकर एक पुरानी फिल्म देखनी चाहिए। ठंड रखो ग्रेटा, ठंड।’

कई जगह ट्रंप और बाइडन समर्थक भिड़े

राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा चुनाव में धांधली के आरोपों के बीच कई जगह ट्रंप और बाइडन समर्थकों में झड़प की खबर है। कांटे के मुकाबले वाले एरिजोना प्रांत में गुरुवार रात चुनाव आयोग के दफ्तर के बाहर दोनों प्रत्याशियों के समर्थकों में झड़प हो गई। इस दौरान ट्रंप समर्थक कई लोग हथियार लिए हुए थे। फिलाडेल्फिया में पुलिस ने कहा कि उसने एक व्यक्ति को गिरफ्तार करके उसके पास से हथियार जब्त किया है। न्यूयॉर्क, वाशिंगटन सहित विस्कॉन्सिन, लॉस वेगास, नेवादा, डेट्रायट, मिशिगन, अटलांटा और जार्जिया में भी समर्थकों के आपस में भिड़ने की खबर है।

ट्रंप जूनियर ने निक्की हेली पर उतारा गुस्सा

चुनाव में धांधली को लेकर राष्ट्रपति ट्रंप के दावों का समर्थन नहीं करने पर ट्रंप जूनियर ने भारतीय-अमेरिकी समुदाय से ताल्लुक रखने वाली रिपब्लिकन नेता निक्की हेली की आलोचना की है। बता दें कि 2024 के चुनाव में निक्की को रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से राष्ट्रपति पद का सबसे मजबूत दावेदार माना जा रहा है।

ट्रंप-बाइडन की नीतियों को लेकर भारतवंशी भिड़े

हिंदू अमेरिकन फाउंडेशन के निदेशक जे कंसारा ने कहा है कि ट्रंप ने अल्पसंख्यक समुदायों को एकजुट करने के लिए काफी काम किया है। उधर, कंसारा के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए बाइडन समर्थक नेहा दीवान ने कहा कि राष्ट्रपति ने लोगों को बांटने का काम किया है।

ट्रंप कैंपेन ने अनुचित मतपत्र गिनने का लगाया था आरोप

अमेरिकी अदालतों ने चुनावी कदाचार से संबंधित मिशिगन और जॉर्जिया में ट्रंप कैंपेन के मुकदमों को खारिज कर दिया है। मिशिगन में ट्रंप कैंपेन की तरफ से अनुपस्थित (एब्सेंटी) मतपत्रों की गिनती को रोकने की मांग की थी, जबकि जॉर्जिया में यह आरोप लगाया था कि वहां अनुचित मतपत्र भी गिने जा रहे हैं। हालांकि मिशिगन कोर्ट ऑफ क्लेम्स के न्यायाधीश सिंथिया स्टीफेंस ने गुरुवार को मुकदमा खारिज कर दिया।

जॉर्जिया की अदालत ने भी खारिज किया मुकदमा

मिशिगन कोर्ट ऑफ क्लेम्स ने अपने आदेश में कहा कि मिशिगन के स्टेट सेक्रेटरी गिनती प्रक्रिया में शामिल नहीं हैं। इस संबंध में औपचारिक आदेश बाद में जारी किया जाएगा। मालूम हो कि स्थानीय मीडिया रिपोर्ट में मिशिगन से जो बाइडन को विजेता घोषित किया गया है। दूसरी ओर जॉर्जिया में न्यायाधीश जेम्स एफ बास ने ट्रंप कैंपेन की तरफ से दायर मुकदमा खारिज कर दिया। बास ने कहा, ‘मैंने अनुरोध को अस्वीकार कर दिया और याचिका को खारिज कर दिया।

मतगणना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन आयोजित करने की सलाह देने वाले ट्रंप समर्थक ‘स्टॉप द स्टील’ ग्रुप को सोशल मीडिया कंपनी फेसबुक ने प्रतिबंधित कर दिया है। न्यूयॉर्क के अटॉर्नी जनरल लेटिटिया जेम्स ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा चुनावों पर संदेह प्रकट करने की आलोचना की है। उन्होंने कहा है कि अमेरिका में लोग अपना राष्ट्रपति चुनते हैं। यहां राष्ट्रपति अपने मतदाताओं का चयन नहीं करता है।

नतीजों के लिहाज से पांच राज्य अहम

अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के अंतिम नतीजों के लिहाज से पांच राज्य अहम बन गए हैं। इन प्रांतों के नतीजों पर निगाहें टिकी हैं। पेंसिलवेनिया, जार्जिया, नार्थ कैरोलिना, नेवादा और अलास्का में मतों की गिनती जारी है। ज्यादातर प्रांतों की स्थिति साफ हो गई है, लेकिन इन पांच प्रांतों में मामला अटका हुआ है। जानते हैं कि इन जगहों पर मतगणना की स्थिति क्या है और कौन आगे चल रहा है?

जार्जिया : यहां 16 इलेक्टोरल वोट हैं। अभी तक 98 फीसद मतों की गिनती होने का अनुमान है। जिन मतों की गिनती अभी नहीं हुई है, उनमें से ज्यादातर डेमोक्रेटिक पार्टी के प्रभाव वाले इलाके के बताए गए हैं।

नेवादा : छह इलेक्टोरल वोट वाले इस प्रांत में 84 फीसद से ज्यादा मतों की गिनती पूरी हो गई है। बाइडन करीब 11 हजार मतों से आगे हैं। यहां डाक मतों को दस नवंबर तक स्वीकार किया जाएगा। इसके चलते अंतिम नतीजे आने में न सिर्फ समय लग सकता है, बल्कि दोनों उम्मीदवारों के बीच अंतर भी कम हो सकता है।

नार्थ कैरोलिना : इस अमेरिकी राज्य में 95 फीसद वोटों की गिनती होने का अनुमान है। यहां डाक मतों को 12 नवंबर तक स्वीकार किया जाएगा। 15 इलेक्टोरल वोट वाले इस राज्य में रिपब्लिकन प्रत्याशी ट्रंप आगे चल रहे हैं।

पेंसिलवेनिया : करीब 97 फीसद मतपत्रों की गिनती हो चुकी है। समाचार एजेंसी एएफपी के मुताबिक, यहां बाइडन ने यहां ट्रंप को पीछे कर दिया है। इस प्रांत में 20 इलेक्टोरल वोट हैं।

अलास्का : यहां मतगणना धीमी गति से चल रही है। महज 50 फीसद मतों की ही गिनती हो पाई है। तीन इलेक्टोरल वोट वाले इस प्रांत में ट्रंप अच्छी स्थिति में हैं। अभी तक की गिनती में ट्रंप को एक लाख 18 हजार और बाइडन को 63 हजार से अधिक मत मिले हैं।

पेंसिलवेनिया जीते तो किला फतह कर लेंगे बाइडन

समाचार एजेंसी रॉयटर ने अमेरिकी मीडिया के हवाले से बताया है कि बाइडन को 270 का जादुई आंकड़ा हासिल करने के लिए पेंसिलवेनिया में जीत दर्ज करनी होगी या जॉर्जिया, नेवाडा और एरिजोना में से दो प्रांतों में लगातार जीत दर्ज करनी होगी। ट्रंप के लिए अब वापसी मुश्किल नजर आ रही है। उन्‍हें बाइडन को पीछे धकेलने के लिए पेंसिलवेनिया के साथ साथ जॉर्जिया में भी जीत दर्ज करनी थी। यह नहीं नेवाडा और एरिजोना में दबदबा कायम करना था।

ट्रंप बोले, धांधली से जीतना चाहते हैं डेमोक्रेट

गुरुवार को व्हाइट हाउस में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में ट्रंप ने कहा कि डेमोक्रेटिक पार्टी धांधली के जरिये राष्ट्रपति चुनाव जीतना चाहती है। हालांकि उन्होंने अपने दावे के समर्थन में कोई सुबूत पेश नहीं किए। राष्ट्रपति ने कहा कि वे देर से डाले गए मतों की गिनती रोकने की वकालत कर रहे हैं। ट्रंप ने दावा किया कि वह पहले ही कई बड़े प्रांतों में जीत हासिल कर चुके हैं।

बाइडन ने धैर्य रखने को कहा

डेमोक्रेट प्रत्याशी जो बाइडन ने कहा है कि कभी-कभी लोकतंत्र खतरे में पड़ जाता है और ऐसी दशा में थोड़े धैर्य की आवश्यकता होती है। उन्होंने अमेरिकियों से शांति बनाए रखने और चुनाव परिणामों की धैयपूर्वक प्रतीक्षा करने का आग्रह किया। डेलावेयर में अपनी रनिंग मेट के साथ मीडिया को संबोधित करते हुए बाइडन ने कहा कि जब गिनती खत्म होगी वे ही विजेता बनकर उभरेंगे।

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