जमशेदपुर सरना धर्म कोड के लिए पांच प्रदेशों में रोड-जाम आदोलन video 👇

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जमशेदपुर सरना धर्म कोड के लिए पांच प्रदेशों में  रोड-जाम आदोलन होगा. जेडीयू के रास्ट्रीय अध्यक्ष सालखन मुर्मू ने जमशेदपुर स्थित अपने आवास पर प्रेस वार्ता कर जानकारी दी है. उन्हेने बताया कि जमशेदपुर समेत पूरे झारखंण्ड राज्य मे   आदोलन किया जाएगा. वहीं कोरोना को देखते हुए हम अपने आदोलन को चका जाम से सड़क जाम भी कर सकते है. इसको लेकर सैकड़ो लोग आदोलन कि तैयारी कर रहे है. वहीं झारखंण्ड सरकार ने जो चुनाव मे वादे किए है. उसे भी भूल गई है. इस आदोलन के प्रती सरकार को उनके वादों को याद दिलाया जाएगा. इन मांगो को लेकर होगा आदोलन ।[embedyt] https://www.youtube.com/watch?v=bpwJxKSoSSc[/embedyt]

1. सरना धर्म कोड के बिल को झारखंड विधानसभा के मानसून सत्र (18 से 22 सितंबर 2020) में प्रस्तुत करने का वायदा कर प्रस्तुत नहीं करना जेएमएम के द्वारा आदिवासी जनता के साथ भयंकर धोखेबाजी है. JMM ने ऐसा क्यों किया? जनता को इसका जवाब चाहिए. जेएमएम वोट बैंक के लिए केवल ईसाई और मुसलमानों की तुष्टीकरण करता है, जो निंदनीय है ।

2. जेएमएम के कारण सरना धर्म कोड, झारखंडी डोमिसाइल, संताली प्रथम राजभाषा, महानायक सिदो मुर्मू और बिरसा मुंडा के वंशजों के लिए दो ट्र्स्ट का गठन, आसाम के 80 लाख झारखंडी आदिवासियों का एसटी नहीं बनना, सीएनटी एसपीटी कानून का उल्लंघन, टी ए सी , विस्थापन- पलायन, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, ह्यूमन ट्रैफिकिंग आदि के सवाल लंबित हैं।

3. Jmm की वादाखिलाफी और नाकामियों के खिलाफ 15 अक्टूबर 2020 को 5 प्रदेशों के गांव-गांव में झारखंड सरकार और संताली भाषा की ओल चिकी लिपि विरोधी जेएमएम के सांसद विजय हंसदा, जेएमएम के दो विधायक नलिन सोरेन और विलियम मरंडी का सर्वत्र पुतला दहन किया जाएगा।

4. सरना धर्म कोड मान्यता के लिए 15 अक्टूबर को चक्का जाम या रोड मार्च का प्रारंभिक दौर चलाया जाएगा।

5. मगर यदि भारत सरकार और संबंधित 10 राज्य सरकारें जहां शिड्यूल एरिया है, सरना धर्म कोड की मान्यता संबंधी पहल नवंबर में पूरा नहीं करेंगे। तो 6 दिसंबर 2020 को राष्ट्रव्यापी रेल-रोड चक्का जाम जोरदार होगा। चूँकि 2021 में जनगणना है।

6. ASA अन्य आदिवासी संगठनों से अपील करती है कि सरना धर्म कोड के लिए 20 अक्टूबर 2020 को आहूत अन्य संगठनों के कार्यक्रमों को भी सफल बनाने में सहयोग करें ।