सात लोगों ने मिलकर की थी हत्या, हत्या में इस्तेमाल दो चाकू समेत अन्य सामान भी बरामद
गिरिडीह : गिरिडीह के राजधनवार थाना क्षेत्र के परसन ओपी के जमुनियाटांड मैदान में मिले सिर कटे शव का उद्भेदन पुलिस ने 12 दिनों बाद कर दी है । पुलिस ने हत्याकांड में शामिल एक आरोपी इब्राहिम अंसारी को भी दबोच लिया है । उसके पास से दो चाकू भी बरामद किया गया है। लेकिन इस घटना के मुख्य आरोपी मकसूद समेत छह आरोपी अब भी फरार हैं। मृतक की पहचान उत्तर प्रदेश के भदोही, गोपीगंज के सतेन्द्र नाथ मिश्रा के रूप में हुई थी। .
सात लोगों ने मिलकर की थी हत्या
मृतक अपने बड़े भाई हरेन्द्र नाथ मिश्रा के साथ रियल स्टेट के कारोबार से जुड़ा था। मृतक सतेन्द्र नाथ की हत्या उसके यहां काम करने वाले जमुआ निवासी राजमिस्त्री मकसूद ने सात लोगों के साथ मिलकर की थी। हत्या करने के लिए सतेन्द्र को उत्तर प्रदेश से गिरिडीह लाया गया। पुलिस के अनुसार हत्या का कारण मृतक और मकसूद की पत्नी के बीच अवैध संबध है। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए एसपी अमित रेणु के निर्देश पर एसआईटी का गठन कर टीम ने हत्याकांड में शामिल एक आरोपी इब्राहिम अंसारी उर्फ गुर्जर को पचंबा के तेलोडीह गांव से गिरफ्तार किया।
क्या है पूरा मामला
एसपी अमित रेणु और पुलिस निरीक्षक विनय राम ने हत्या के संबंध में पूरे मामले की जानकारी देते हुए एसपी ने बताया कि हत्याकांड का मुख्य आरोपी मकसूद अंसारी जमुआ थाना क्षेत्र के लंहगियां का रहने वाला है। जो करीब 10 सालों से भदोही में रह रहा था। मृतक सतेन्द्र नाथ मिश्रा ने ही मकसूद व उसके फूफूरे भाई इब्राहिम अंसारी को भदोही में अपने अपार्टमेंट निर्माण के काम लगाया था। मकसूद अपने भाई इब्राहिम के साथ मिलकर मृतक सतेन्द्र नाथ मिश्रा के चाचा का मकान बना रहा था। मकान बनाने के क्रम में ही मकसूद ने जरुरत के लिए मृतक से दो लाख रुपये कर्ज मांगा था। दो लाख रुपये मांगने को लेकर मृतक रियल स्टेट कारोबारी सतेन्द्र नाथ हर रोज मकसूद के घर पहुंचता जाता था.
जहां उसकी पहचान मकसूद की पत्नी से हुई । इसी क्रम में सतेन्द्र और मकसूद की पत्नी के बीच अवैध संबध बना जिसकी जानकारी मकसूद को उसके बच्चों ने दी।
हत्या से पहले शराब पिलायी
इसके बाद हत्या की योजना मकसूद ने अपने भाई के साथ मिलकर बनायी। इब्राहिम ही मुर्हरम के एक दिन पहले भदोही से कारोबारी सतेन्द्र नाथ को यह कहकर गिरिडीह लाया कि वह मकसूद की पत्नी से उसका शादी करा देगा। इब्राहिम की बात सुनकर कारोबारी उसके साथ बाईक से गिरिडीह के धनवार पहुंचा। जहां मकसूद और इब्राहिम ने पहले सतेन्द्र नाथ को जमकर शराब पिलायी। इस बीच मकसूद ने पांच और लोगों को बुलाया. सभी ने मिलकर सतेन्द्र नाथ की हत्या कर दी। और उसके सिर और मृतक के मोबाइल को तालाब में फेंक दिया था । तालाब से सिर और मोबाइल मिलने के बाद दूसरे दिन मृतक के बड़े भाई हरेन्द्र नाथ को बुलाया गया था । बड़े भाई ने सतेन्द्र की पहचान उसके जूते से कि थी