राजनगर:झारखंड में जहाँ एक ओर कोरोना संक्रमण का आंकड़ा दिनों दिन बढ़ता जा रहा है।वहीं सरकार की स्वास्थ्य व्यवस्था में दरारें पड़ती नजर आ रही है।ज्ञात हो कि चार दिन पहले ही अनुबंध स्वास्थ्य कर्मी अनिश्चित कालीन हड़ताल पर चले गए है। और अनुबंध स्वास्थ्य कर्मियों के हड़ताल पर जाने के बाद,अब केवल स्थाई चिकित्सक और कुछ आउट सोर्स कर्मियों के द्वारा ही सरकारी अस्पताल चल रहा है।सभी अस्पतालों में अब स्वास्थ्य कर्मियों की कमी के कारण चिकित्सा सम्बंधित कार्य बाधित हो रहे है।वहीं अनुबंध स्वास्थ्य कर्मियों के अनिश्चित कालीन हड़ताल में जाने के बावजूद भी सरकार की ओर से कोई स्पष्ठ जवाब अब तक नही आया है।इसका सीधा असर आम जनता पर पड़ रहा है।
दूसरी ओर अब आउट सोर्स कर्मी भी हड़ताल के जाने की मूड में है। वही राजनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र आउटसोर्स कर्मियों ने बताया कि कोविड-19 की महामारी में आउटसोर्स कर्मियों से अस्पताल में आज का कार्य कराया जा रहा है किंतु 5 माह से किसी को वेतन नहीं मिला। ऐसे में आउटसोर्स कर्मियों का परिवार कैसे चलेगा ,जब देश में लॉक डाउन की स्थिति है और 5 माह से आउटसोर्स कर्मियों का वेतन भी नहीं दिया जा रहा है। जिस कारण अब आउटसोर्स कर्मी भी हड़ताल में जाने का विचार कर रहे हैं।