कोरोना काल में बकरीद की नमाज जामा मस्जिद के बजाय घरों में पढ़ी गई

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कोरोना काल में बकरीद की नमाज जामा मस्जिद के बजाय घरों में पढ़ी गई
फोटो: फुल पाल जमा मस्जिद में बकरीद का नमाज अदा करते कुछ लोग

घाटशिला :कोरोना काल में मास्क पहन कर और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए मुस्लिम समुदाय के पांच से सात लोगों ने  प्रशासन की निगरानी में जामा मस्जिद में नमाज पढ़ने पहुंचे।ईद-उल-अजहा यानी बकरीद मनाई गई।

पूरे देश में हर्षोल्लास के साथ ईद-उल-अजहा यानी बकरीद मनाया जा रहा है। हालांकि इस बार कोरोना संकट ने इसकी चमक थोड़ी फीकी कर दी है। घाटशिला प्रखंड में फुल पाल जामा मस्जिद, मऊ भंडार जमा मस्जिद, नवाब कोठी जमा मस्जिद एवं घाटशिला मुस्लिम बस्ती स्थित जामा मस्जिद मे पांच से सात लोग नमाज पढ़ने के लिए तो पहुंचे एवं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए  हैं मास्क लगा कर नमाज अदा की । बाकी सभी लोगों ने अपने अपने घरों में बकरीद की नमाज अदा की।
बड़ों के साथ बच्चे भी पहुंचे नमाज अदा करने

बकरीद का उल्लास बड़ों के साथ-साथ बच्चों में भी देखने को मिला। सुबह नए कपड़े पहनकर बच्चे भी अपने अभिभावकों के साथ नमाज अदा की।

कोरोना का डर भूल गले मिले बच्चे
बकरीद का नमाज पढ़ने के बाद बच्चों ने एक दूसरे गले मिलकर अपनी खुशी का इजहार भी किया। उनके चेहरे की खुशी बता रही थी कि कोरोना के डर से ज्यादा उन्हें ईद की खुशी है।

कोरोना काल में पड़ी बकरीद, लोग बरत रहे ऐहतियातत

इस बार की बकरीद बाकी सालों से अलग देखने को मिला। क्योंकि ये कोरोना संकट के दौरान में लोगों को त्योहार भी मनाना पड़ा मुस्लिम समुदाय के लोगों ने ऐहतियात बरतते हुए बकरीद का नमाज अदा किया ताकि
कोविड-19 को पांव पसारने का मौका न मिल सके।

मास्क लगाया, सोशल डिस्टेंसिंग भी फॉलो किया

ऐसा पहली बार हुआ जब सामूहिक नमाज लोगों ने एकसाथ नहीं पढ़ कर अपने अपने घरों में बकरीद की नमाज पढ़़ी बाकी जो 5 से 7 लोग मस्जिद में नमाज अदाा करने पहुंचे थे वे  सभी लोगों ने मास्क पहना हुआ था ।  चूंकि यह कोरोना संकट का दौर है ऐसे में लोग ऐहतियात बरत रहे थे ।