चांडिल पिछले दिनों के रेल टेका व डहर छेंका के प्रमुख नेता एवं आदिवासी कुड़मी समाज के केंद्रीय महासचिव अधिवक्ता सुनील कुमार गुलिआर का बेल रेलवे कोर्ट से मिला।कुड़मी समुदाय को अनुसूचित जनजाति की सूची में शामिल कराने की मांग पर 20 सितंबर 2023 को नीमडीह रेलवे स्टेशन पर आदिवासी कुड़मी समाज के रेल टेका व डहर छेंका आंदोलन के कारण केस दर्ज समाज के केंद्रीय महासचिव अधिवक्ता सुनील कुमार गुलिआर को बेल रेलवे कोर्ट जमशेदपुर से मिल गई। उन्होंने कहा कि कुड़मी समाज इसलिए जब तक कुड़मियों को एसटी सूची में सूचीबद्ध नहीं किया जाता व कुड़माली भाषा को आठवीं अनुसूची में शामिल नहीं किया जाता तब तक आंदोलन उग्रतर चलता ही रहेगा। इस बार का आंदोलन चुनाव को असर डालकर किया जाएगा। इसके लिए आदिवासी कुड़मी समाज की ओर से बंगाल में लोकसभा के लिए 6 कैंडिडेट को उतारा गया है। वहीं झाड़खंड एवं उड़ीसा में केंद्र व राज्य सरकार के विरोध में वोट डालने का निर्णय लिया गया है। समाज के महासचिव को स्वागत करने के लिए आदिवासी कुड़मी समाज के प्रदेश अध्यक्ष पद्मलोचन महतो, उपाध्यक्ष जितेन महतो, अधिवक्ता प्रदीप महतो, अधिवक्ता सुजीत महतो, जगन्नाथ महतो, तपन महतो, मिंटू महतो, अशोक पुनअरिआर, जीडी मुतरुआर, रेल टेका प्रभारी प्रभात महतो आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे ।
कुड़मी समाज ने केंद्र व राज्य सरकार के विरोध में वोट डालेगा : – केंद्रीय महासचिव अधिवक्ता सुनील कुमार गुलिआर
