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मकर संक्रांति के बाद पोटका के टांगराईन गांव के बच्चे अपने परंपरा का निर्वाह करते हुए

 

काााा

– झारखंड के ग्रामीण इलाकों में मकर संक्रांति को बड़ी धूमधाम से मनाई जाती है। साथ ही साथ इसके पीछे कोई परंपराओं का निर्वाह भी किया जाता है इसी में से एक है बंदर नाच या सामूहिक नृत्य जिसमें पोटका प्रखंड अंतर्गत टांगराईन गांव के बच्चे युवा एकत्रित होकर घर-घर में सामूहिक नृत्य का प्रदर्शन करते हैं एवं उसके बदले मुंड़ी, चूड़ा, पिठा, चावल, पैसा आदि लेते हैं। सभी प्राप्त मुड़ी चूड़ा पिठा को एकत्रित कर गांव के सार्वजनिक स्थान पर बंदर भोज कर सभी को खिलाते हैं यह परंपरा वर्षों से चली आ रही है।

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