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पश्चिम सिंहभूम के एक सौ किसान पोटका प्रखंड अंतर्गत टांगराइन के करेला खेती का किए शैक्षणिक भ्रमण

3 फरवरी- पूर्वी सिंहभूम जिला अंतर्गत पोटका प्रखंड के टांगराईन गांव में पश्चिम सिंहभूम जिला अंतर्गत खूंटपानी प्रखंड के 100 किसान पहुंच कर व्यापक पैमाने में सुनील मुंडा के द्वारा वैज्ञानिक पद्धति में की गई करेले के खेती का शैक्षणिक भ्रमण किया।
उक्त शैक्षणिक भ्रमण का आयोजन टाटा स्टील फाउंडेशन एवं एच डी एफ सी बैंक के संयुक्त तत्वधान में किया गया। ज्ञात हो कि टांगराईन के किसान सुनील सिंह मुंडा ने कोलकाता के कृषि विशेषज्ञ शुभदीप महतो के दिशा निर्देश पर व्यापक पैमाने पर करेले, बरबटी, खीरा आदि का खेती किए हैं। अब तक करेले की खेती में वे 80000 रू तक खर्च कर चुके हैं उनका कहना है कि 3-4 लाख तक की आमदनी होगी। कृषि विशेषज्ञ शुभदीप महतो ने शैक्षणिक भ्रमण में आए सभी किसानों को करेले की खेती का गुर सिखाया और बताया की पानी की व्यवस्था अगर हो तो झारखंड के किसी भी मिट्टी में खेती करके किसान लाखों रूपया कमा सकतें हैंअगर उनमें इच्छाशक्ति हो।
किसानों के तरफ से शैक्षणिक भ्रमण का नेतृत्व कर रहे थे देंगा – देपेंगा ट्रस्ट खूंटपानी के सीनियर कोऑर्डिनेटर शेखर सुमन। किसानों को बारी-बारी से समझाने में वीरेंद्र घोष ,घासीराम पातर की मुख्य भूमिका रही। शैक्षणिक भ्रमण में आए हुए किसानों को संबोधित करते हुए सेवा निवृत्त जयहरि सिंह मुंडा व सामाजिक कार्यकर्ता उज्जवल कुमार मंडल ने सभी किसानों को इस तरह मनोबल को ऊंचा करके खेती करने की सलाह दी। पूरे भ्रमण को सफल बनाने में सागर सोनकर, कार्तिक मुंडा, मोहनलाल मुन्डा , बबलू सरदार, प्रणव सिंह मुंडा, प्रकाश कर्मकार , सूरज साव आदि की मुख्य भूमिका रही।

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