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मृत हाथी के बच्चे का बिसरा भेजा गया जाँच के लिये* घटना की सुचना पर डीएफओ पहुंचे भलुवाही जंगल

*मृत हाथी के बच्चे का बिसरा भेजा गया जाँच के लिये*

 

घटना की सुचना पर डीएफओ पहुंचे भलुवाही जंगल

 

चंदवा। बुधवार को लातेहार डीएफओ रौशन कुमार चंदवा वनो क्षेत्र के रेंजर राकेश कुमार डॉक्टरो की टीम लेकर मृत हाथी के बच्चे के शव का पोस्टमार्टम करने चकला महुआवाटांड़ के भलुवाही जंगल पहुंचे। डॉक्टरों की टीम ने मृत हाथी के बच्चे का पोस्टमार्टम कर उसके बिसरे को सुरक्षित रख लिया है।गांव वालो ने मंगलवार को हाथी के बच्चे को जंगल में मृत देखा था जिसके बाद ग्रामीणों ने वन विभाग को इसकी सुचना दी थी शव तीन चार दिन पुराना लग रहा है क्यूँकि हाथी के बच्चे का शव काफी गल चूका है। विदित हो की प्रखण्ड में पिछले कुछ दिनों में हाथियों के झुंड ने आतंक मचा रखा है।एक सप्ताह पुर्व ही चकला के अमवाटांड़ में हाथियों के झुंड ने एक महिला को मौत के घाट उतार दिया था।अब उसी क्षेत्र से हाथी के बच्चे का शव मिलने से ग्रामीणों के बिच कई तरह के बातें हो रही है।मृत हाथी के बच्चे के शव के संबंध में अधिक जानकारी देते हुये डीएफओ रौशन कुमार ने बताया की डॉक्टरों की टीम ने बच्चे के शव का पोस्टमार्टम कर बिसरे को सुरक्षित रख लिया गया जिसे जाँच के लिये देहरादून व रांची भेजा जायेगा।रिपोर्ट आने के बाद ही हाथी के बच्चे की मौत का कारण पता चल पायेगा। श्री कुमार ने आगे कहा की हमलोगो ने मेटल डिटेक्टर से शव की जाँच की है जिससे यह पता चलता है की बच्चे की मौत गोली लगने की वजह से नही हुई है अब चूँकि शव हाथी के बच्चे का है तो उसके दाँत होने की भी गुंजाइस नही है।इस लिये ये भी अनुमान लगाया जा रहा है की हाथी दाँत के लिये बच्चे की हत्या नही की गई है।इधर हाथियों के झुंड के बारे में बताया जा रहा है की एक गुट रांची वन क्षेत्र व दूसरा गुट लोहरदगा वन क्षेत्र की तरफ चला गया है।पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों की टीम में डॉ सुशीला बागे बरवाडीह,डॉ अरविंद मांझी नगर,डॉ राखी टोप्पो सासंग समेत वन विभाग के कई कर्मी शामिल थे।

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