Coronavirus in Jharkhand: कोविड-19 की दूसरी लहर के खिलाफ जंग लड़ रहे झारखंड (Jharkhand News) में पुलिस कर्मी असली कोरोना योद्धा बनकर उभरे हैं. लोगों को ऑक्सीजन दिलाने में मदद से लेकर घातक वायरस की रोकथाम के लिये पाबंदियां लागू करने और कानून-व्यवस्था बनाए रखने तक पुलिस ने हर मोर्चे पर अपने आपको साबित किया है.
कोरोना वायरस संकट से गुजर रहे झारखंड में मृत्युदर 1.37 प्रतिशत है, जो राष्ट्रीय औसत 1.10 प्रतिशत से अधिक है. राज्य में अब तक चार हजार से अधिक लोग संक्रमण के चलते जान गंवा चुके हैं. ऐसे में पुलिस लोगों की मदद के लिये आगे आ रही है.
झारखंड के पुलिस महानिदेशक नीरज सिन्हा ने जानकारी देते हुए बताया कि कहा, ”59,000 कर्मियों वाले पुलिस बल में से हमारे 7,343 पुलिसकर्मी ड्यूटी पर रहते हुए संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं.
सिन्हा खुद भी संक्रमण की चपेट में आ गए थे और हाल ही में इससे उबरे हैं. डीजीपी ने कहा कि कोविड-19 की चपेट में आने वाले पुलिसकर्मियों में से 6,578 संक्रमण से उबर चुके हैं जबकि शेष पुलिसकर्मियों का इलाज चल रहा है.
30 पुलिसकर्मियों की हुई मौत
उन्होंने कहा, ”दुर्भाग्यवश, हमने थानों से लेकर पुलिस लाइनों और बैरकों तक पूरे पुलिस महकमे को व्यापक तथा नियमित रूप से संक्रमण मुक्त करने के बावजूद अपने 30 पुलिसकर्मियों को खो दिया. जितना जोखिम भरा काम है, संक्रमण की चपेट में आने का खतरा उतना ही अधिक रहता है.”