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गारू रेफरल अस्पताल में ही पड़ा रह गया ग्रामीणों से लिया गया कोरोना जांच का सैम्पल

एमपीडब्ल्यू के मार्गनिर्देशन मांगने पर हुआ मामले का खुलासा

गारू/लातेहार:- लातेहार जिले के गारूगारू प्रखंड मुख्यालय स्थित एकमात्र रेफरल अस्पताल में एक सनसनी खेज मामला प्रकाश में आया है। इस अस्पताल के कर्मियों की लापरवाही से पांच माह पहले ग्रामीणों से लिए गए कोरोना जांच की सैम्पल की अबतक जांच नहीं की गई है। जाँच हेतू लिए गए सैम्पल को यूँ ही छोड़ दिया गया और जिला को प्रतिवेदन भी भेज दिया गया। अभी इस बात का पता नहीं चल पाया कि सम्बंधित लोगों को इस सम्बन्ध में कही झूठी रिपोर्ट तो नहीं दे दी गई। हालांकि कई लोगों का कहना है कि, उनका सैंपल तो लिया गया परन्तु आज तक रिपोर्ट का पता नहीं चला। इस मामले ने गारू में चिकित्साकर्मियों द्वारा लोगों के स्वास्थ्य और खासकर कोविड 19 की जांच को लेकर बरती जा रही लापरवाही को उजागर कर दिया है। पूर्व में भी गारू रेफेरल अस्पताल में लाखों रुपयों की दवाइयां जलाने का मामला सामने आया था।

इस सम्बन्ध में लातेहार के डीसी अबु इमरान ने कहा कि मामला संज्ञान में आया है। यह घोर लापरवाही है। जांच कर संबंधित लोगों पर कार्रवाई की जाएगी। दरअसल इस मामले का भंडाफोड़ तब हुआ जब एक एमपीडब्ल्यू ने गारू रेफरल अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. भरत भूषण भगत से अस्पताल में पहले से सैम्पल लेकर रखे गए टू नेट किट 1358 व आरटीपीसीआर किट 452 के सम्बन्ध में मार्गदर्शन माँगा। एमपीडब्ल्यू मनोज कुमार व संतोष कुमार द्वारा ग्रुप में भेजकर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी से पुराने किट के बारे में मंतव्य मांगे जाने पर प्रभारी ने आग बबूला हो गए और एमपीडब्ल्यू को फटकार लगाते हुए नौकरी खा जाने की धमकी दी।

बता दें कि गारू रेफरल अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. भरत भूषण भगत समेत अस्पताल के 18 स्वास्थ्य कर्मी को कोरोना संक्रमित होने पर सीएचओ के द्वारा एक लेटर पत्रांक 197 दिनांक 02 मई 2021 तारीख को निकाल कर बन्दुआ उप स्वास्थ्य केंद्र के एमपीडब्ल्यू मनोज कुमार व बारेसांढ़ उप स्वास्थ्य केंद्र के एमपीडब्ल्यू संतोष कुमार की डियूटी गारू रेफरल अस्पताल में लगा कर कोविड 19 से संबंधित जांच व रिपोर्ट जमा करने का निर्देश दिया गया था। लेकिन ड्यूटी के दौरान उन्होंने अस्पताल में पहले से ही सैम्पल लिए टू नेट किट व आरटीपीसीआर किट किट देखे और इस सम्बन्ध में मार्गदर्शन की मांग कर दी।

इस मामले में सबसे बड़ी बात है कि कोविड जांच के नाम पर गारू रेफरल अस्पताल में खाना पूर्ति की जा रही है। पांच माह से ग्रामीणों से लिए गए कोरोना की सैम्पल की जांच नहीं होना अति गंभीर लापरवाही है।

वहीं महुआडांड़ एसडीओ नीत निखिल सुरीन ने कहा कि इस सम्बन्ध में प्रभारी चिकित्सा प्रभारी को शो कॉज किया गया है। जवाब मिलने पर जिला के उपायुक्त के पास भेज दिया जाएगा।

गारू से संवाददाता उमेश यादव की रिपोर्ट जिला ब्यूरो बब्लू खान की रिपोर्ट लातेहार से

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