तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एडप्पादी पलानीस्वामी ने अपनी पार्टी एआईएडीएमके के तमिलनाडु विधानसभा चुनाव में बहुमत हासिल करने में विफल रहने के बाद सोमवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया।
डेक्कन हेराल्ड ने अपने सूत्रों के हवाले से लिखा है कि उन्होंने अपने गृह नगर सलेम से राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित को अपना इस्तीफा भेज दिया।
राज्यपाल कार्यालय कार्यभार संभालने के लिए DMK के एम के स्टालिन के नेतृत्व वाली नई सरकार के लिए तैयारी कर रहा है।
DMK ने 125 सीटें जीतीं जबकि ओ पन्नीरसेल्वम और पलानीस्वामी के नेतृत्व वाली AIADMK ने विधानसभा चुनावों में 65 सीटें जीतीं।
इधर पहली बार तमिलनाडु के मुख्यमंत्री बनने जा रहे द्रमुक अध्यक्ष एम के स्टालिन ने राज्य के लोगों को उनकी पार्टी को जीत दिलाने को लेकर धन्यवाद दिया और उन्हें आश्वासन दिया कि वह उनके लिए ईमानदारी से काम करेंगे।
स्टालिन ने उनकी पार्टी को छठी बार तमिलनाडु पर शासन करने का जनादेश देने को लेकर राज्य के सभी लोगों के प्रति ‘हार्दिक धन्यवाद’ प्रकट किया।
अतीत में द्रमुक 2006-11, 1996-2001, 1989-91, 1971-76 और 1967-71 के दौरान राज्य पर शासन कर चुकी है। स्टालिन ने एक बयान में कहा कि लोगों ने यह अहसास करके अपना भारी जनसमर्थन दिया है कि यदि द्रमुक सत्ता में आयी तो उनका कल्याण सुरक्षित रहेगा।