शोध और खोज वास्तविक तभी जब सरजमीं खंगालाजाय – डॉ बी एन महतो हस्तुआर

0
338
नई पीढ़ी शोध व खोज से झारखंडी इतिहास को समृद्ध करें - संजीव महतो बानुआर

गोड्डा

उपरोक्त कथन सामाजिक कार्यक्रम में शामिल होने राजमहल साहेबगंज जाने के क्रम में बिनोद बिहारी महतो युनिवर्सिटी धनबाद के शोध निदेशक डॉ बी एन हस्तुआर व अखिल भारतीय आदिवासी कुड़मि महासभा के संस्थापक सदस्य संजीव महतो बानुआर ने कहा कार्यक्रम में साथ आये इतिहासविद दिपक पुनरिआर व भाखिविद महादेव डुंगरियार व चारिविद निरीस बानुआर आदि ने शहीद देवकुमार महतो स्मारक स्थल , बलिया, महागामा , गोड्डा में जोहार गीत व धुप व माल्यार्पण किया वो स्थानीय कुड़मि समाज के लोगों से मिलकर स्थानीय सामाजिक शैक्षणिक सांस्कृतिक आदि पहलू पर चर्चा किया । उक्त अवसर पर स्थानीय लोगों में से कार्तिक महतो, हरिहर महतो, बिनोद महतो, रवि महतो, सुनील महतो, महेश्वर महतो, भूदेव महतो, जनार्दन महतो, भोला महतो आदि दर्जनों लोग उपस्थित थे।

गोड्डा से कौशल कुमार की रिपोर्ट