जमशेदपुर:-
कोल्हान प्रमंडल के डीआईजी राजीव रंजन सिंह ने कहा कि लंबा-चौड़ा कद वाला नहीं, बल्कि ज्यादा सूचना रखने व तकनीकी रूप से जानकार ही वर्तमान समय में सफल पुलिस पदाधिकारी है। समय की मांग के मुताबिक पुलिस पदाधिकारी नई तकनीक को अपने कार्य से जोड़ें। डीआईजी बिष्टुपुर स्थित लोयोला स्कूल के ऑडिटोरियम में जिला पुलिस द्वारा नव प्रशिक्षित दारोगा के लिए आयोजित क्रिमनल लॉ एंड इन्वेस्टीगेशन पर आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे। इसके पूर्व बतौर मुख्य अतिथि डीआईजी ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यशाला का उद्घाटन किया।
डीआईजी ने कहा कि अभी की पुलिस की कार्यशैली में परिवर्तन आया है। वर्तमान में मोबाइल, सीसीटीवी कैमरा भी पुलिस को अधिकतर कांड के अनुसंधान में मदद करता है, जो पहले नहीं था। पुलिस पदाधिकारी को सूचनाओं से ज्ञान अर्जित कर अपनी कार्यशैली में इस्तेमाल करना चाहिए। थाना में आने वाले हर एक शिकायतकर्ता को जितना संतुष्ट करेंगे, पुलिस उतनी ही सफल होगी। नए सब इंस्पेक्टरों को सीडीआर एनालिसिस करने की जानकारी कार्यशाला में दी गई। नए सब इंस्पेक्टरों की फील्ड ट्रेनिंग समाप्त हो गई है। इस दौरान सभी ने कोरोना में जनता की सेवा भी की।
एनडीपीएस एक्ट और पोक्सो एक्ट की दी जानकारी
कार्यशाला में सीआईएसएफ के वरीय कमांडेंट हरिओम गांधी ने सब इंस्पेक्टरों को एनडीपीएस एक्ट और उसके अनुसंधान की जानकारी दी। विधि सलाहकार जयप्रकाश ने अनुसंधान की जानकारी दी। विधि सलाहकार राजीव रंजन ने पोक्सो और जेजे एक्ट की जानकारी दी। फॉरेंसिक जांच के बारे में एमजीएम कॉलेज के डॉ. विभाकर कुमार ने बताया। कार्यशाला को एसएसपी एम तमिल वाणन आदि ने भी संबोधित किया।
कमलेश सिंह