100 km. पैदल चल दृष्टि हीन भिखारी पहुँचा राजनगर,लोगों ने दिखाई सहानुभूति देखे video

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कौन जाने इस बेसहारा ,असहाय भिखारी का दर्द?

किसी खूब कहा है जिसका कोई नही होता उसका खुदा होता है।

राजनगर बाजार में एक असहाय दृष्टि हीन व्यक्ति भटकते हुए राजनगर बाजार पहुँचा।तब वहीं राजनगर ग्रामीण बैंक के सामने बैठे व्यक्ति दिलीप महतो जो आजसू पार्टी के अनुमंडल अध्यक्ष भी है।उन्होंने उस असहाय व्यक्ति को देख कर उनके बारे में जाना और उसे खाना खिलाया साथ ही कुछ पैसे देकर मदद की यहां तक कि किसी वाहन के माध्यम से उसे उनके गंतव्य स्थान तक पहुचाने में मदद भी की।

बता दें कि आज दोपहर करीब 1:30 बजे एक दृष्टिहीन असहाय व्यक्ति राजनगर पहुंचा ।[embedyt] https://www.youtube.com/watch?v=dRvcPVWdMb8[/embedyt]वहीं पूछे जाने पर दृष्टिहीन व्यक्ति ने बताया कि वह जमशेदपुर के स्टेशन के समीप रहता है और भीख मांग कर अपना गुजारा करता है उन्होंने यह भी कहा कि 2 माह पहले एक ट्रक ड्राइवर जाहीर खान नामक व्यक्ति जो बोलानी का रहने वाला बताया गया उसने जबरन गाड़ी में काम करने के लिए उसे पश्चिम सिंहभूम जिले के नोआमुंडी ले गए थे ।जहां उस दृष्टि हीन व्यक्ति से 2 माह तक काम कराया लेकिन उसे कम का पैसा नही मिला। और जब पैसे की मांग करने लगा तब उस ड्राइवर ने अंधे व्यक्ति को भगा दिया। जिसके बाद वह असहाय दृष्टिहीन व्यक्ति अपने गंतव्य स्थान जमशेदपुर पहुंचने के लिए पैदल ही निकल पड़ा। उन्होंने बताया कि वह नोवामुंडी से 6 सितंबर को निकला था ।लोगों से पूछ पूछ कर आज राजनगर बाजार तक पहुंचा ,जहां लोगों ने उनकी मदद की ।उन्होंने बताया कि किसी ने उसे जमशेदपुर पहुंचाने में मदद नहीं की। जिस वजह से वह पैदल जमशेदपुर की ओर जाने लगा उनके पास पैसे भी नहीं थे जिससे की पेट की आग बुझाई जा सके ।वहीं इधर उधर होटलों में मांग कर गुजारा करते हुए वापस जमशेदपुर की ओर निकल पड़ा राजनगर पहुंचने पर उन्होंने बताया कि वह कल से कुछ भी नहीं खाया है इसी दौरान राजनगर के कुछ लोगों ने उसे देख उन्हें उनकी मदद करने की ठानी और यथासंभव मदद की, खाना खिलाया । और उस असहाय व्यक्ति को जमशेदपुर भेजने के लिए वाहन की भी व्यवस्था करा दी। वहीं राजनगर में जब एक होटल के समीप भाजपा कार्यकर्ताओं ने भी यह देख भिखारी के प्रति सहानुभूति जताते हुए आर्थिक मदद भी की। उस अंधे भिखारी को यह भी मालूम नहीं कि वह किस जगह किस स्थान पहुंचा है ।किंतु किसी असहाय के प्रति लोगों की सहानुभूति और प्रेम से उस भिखारी के मन मे काफी प्रशांता हुई।जिसे उसने लोगों के समक्ष जाहिर भी किया।

सरायकेला/राजनगर से रवि कांत गोप की रिपोर्ट