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तो क्या खराब हो जाएंगे सारे सैटेलाइट? दो हिस्सों में टूट रहा पृथ्वी का डेंट

कोरोना वायरस के बीच दुनिया पर एक नया खतरा मंडरा रहा है। खबर धरती के मेगनेटिक फील्ड पर पड़े डेंट (निशान) से जुड़ी है। जो आनेवाले वक्त में दो हिस्सों में टूटने वाला है। नासा ने सावधान किया है कि इसकी वजह से दुनियाभर के सैटेलाइट, नैविगेशन सिस्टम, स्पेस मिशन को नुकसान पहुंच सकता है।

* कई दशकों से मौजूद है डेंट, अब दो हिस्सों में टूट रहा

यह डेंट साउथ अमेरिका और साउथ अटलांटिक सागर के ऊपर कई दशकों से मौजूद है। इसे साउथ अटलांटिक विसंगति (SAA) कहा जाता है। नासा का कहना है कि इसका सीधा असर पृथ्वी पर तो नहीं होगा लेकिन यह स्पेस में मौजूद सैटलाइटों के लिए मुश्किल खड़ी कर सकता है। यह मेगनेटिक फील्ड पृथ्वी को सूरज की खतरनाक किरणों से बचाता है। इसमें डेंट की वजह से वे किरणें पृथ्वी की सतह तक कुछ हद तक पहुंच भी पा रही हैं। बिजनस इनसाइडर की रिपोर्ट के मुताबिक, यूरोपियन स्पेस एजेंसी ने मई में बताया था कि कि मेगनेटिक फील्ड ने पिछले 200 सालों में अपनी 9 प्रतिशत क्षमता खो दी है, और अब पता चला है कि यह दो हिस्सों में बंट रहा है। बताया गया है कि यह डेंट पृथ्वी पर होनेवाले बदलावों की वजह से ही हैं।

* दो हिस्सों में टूटने पर क्या होगा नुकसान

मेगनेटिक फील्ड के कम होने या दो हिस्सों में टूटने से काफी नुकसान हो सकता है।
नेविगेशन सिस्टम पर इसका असर होगा। स्पेश मिशन के लिए जो डेटा कलेक्टिंग सिस्टम होता है उसपर असर होगा। इतना ही नहीं जहां से मेगनेटिक फील्ड कमजोर होगा वहां से सूरज की किरण सीधा हमारी सैटेलाइट पर पड़ सकती हैं। इससे उनमें शॉर्ट सर्किट, बाकी किसी तरह की दिक्कत या फिर हमेशा के लिए उसका खराब होना जैसी बातें हो सकती हैं। जब-जब इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) उस हिस्से से गुजरता है तो सिस्टम को बंद कर दिया जाता है, जिससे नुकसान न हो

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